Virtual Driving Practice: नागपुर में लोगों को ड्राइविंग सिखाने का एक नया तरीका निकाला है. नागपुर के तीनों आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने  वालों के लिए वर्चुअल प्रैक्टिस (Virtual Practice) की व्यवस्था की है. इसे लेकर परिवहन अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था खासतौर पर उन लोगों के लिए है जिनके ड्राइविंग स्किल्स बहुत ज्यादा अच्छे नहीं हैं. यह व्यस्था नागपुर के तीनों आरटीओ सीटी, ईस्ट और रूरल को दो-दो सिम्युलेटर दिए हैं. जिससे ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने वाले आवेदकों को दिक्कत न हो.


इसे लेकर परिवहन अधिकारी रवींद्र भुयार ने बताया, ''सोमवार को 6 सिम्युलेटरों को प्रैक्टिस के लिए चालू कर दिया गया. इस पर प्रैक्टिस करवाने के लिए अधिकारी भी मौजूद रहते हैं व आवेदकों का टेस्ट लेते हैं.'' वहीं, इन सिम्युलेटरों की कीमत की बात करें तो एक सिम्युलेटर की कीमत करी साढ़े 4 लाख रुपए है. महाराष्ट्र सरकार ने लगभग 3.30 करोड़ रुपये की लागत से पूरे राज्य में 47 अन्य आरटीओ को सिमुलेटर प्रदान किए हैं.






भुयर ने बताया कि ये मशीनें खास तौर पर सड़क पर सामने आने वाली विभिन्न परिस्थियों के लिए डिजाइन किए गए हैं. इसमें फॉग मोड, नाइट मोड, हैवी ट्रैफिक मोड और गड्ढों से भरे रोड़ पर गाड़ी चलाने में सामने आने वाली परिस्थियां भी हैं. उन्होंने कहा, ''यह सिम्युलेटर्स परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की इच्छा रखने वालों को प्रैक्टिस करने में सहायक होगा. सड़क पर बिना सीखे ड्राइविंग की प्रैक्टिस करना घातक हो सकता है.''


इसे लेकर परिवहन आयुक्त अविनाश ढकने ने कहा कि इस पर प्रैक्टिस करने के बाद लर्निंग लाइसेंस लेने वाले लोग यह आंक सकते हैं कि उन्होंने कितना सीखा है. हालांकि ऐसी कोई गाइटलाइन नहीं है कि परमानेंट लाइसेंस प्राप्त करने वालों को सिम्युलेटर्स पर ही प्रैक्टिस करनी है. 


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