Saamna Editorial: पिछले कुछ दिनों से महाविकास आघाड़ी में बवाल हो रहा है. इन तीनों दलों के नेताओं द्वारा कुछ न कुछ बयान दिए जा रहे हैं. इसलिए माहौल गरमाता नजर आ रहा है. दूसरी ओर शरद पवार की पुस्तक 'लोक माझे सांगाती' में उद्धव ठाकरे से संबंधित भी कई बातें कही गई है. इसी को लेकर संजय राउत ने आज सामना में एनसीपी पर निशाना साधा है.
संजय राउत लिखते हैं कि, शरद पवार के बाद पार्टी को आगे ले जाने वाला नेतृत्व पार्टी में खड़ा नहीं हो सका. जबकि पवार निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर पर एक महान नेता हैं, वे पार्टी को आगे ले जाने के लिए उत्तराधिकारी बनाने में विफल रहे हैं.
छगन भुजबल का निशाना
इस बीच छगन भुजबल ने इस लेख के बैकग्राउंड में संजय राउत से जवाब मांगा है. महाविकास अघाड़ी में सुप्रिया सुले, अजित पवार, जयंत पाटिल समेत कई नेता हैं. वे काम करने में सक्षम हैं. छगन भुजबल ने इस मौके पर कहा कि इन नेताओं को जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी उसे प्रभावी ढंग से निभाने का खतरा है. उन्होंने आगे कहा कि शरद पवार की राजनीति आपके जीवन जितनी ही है.
एनसीपी में अजित पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल जैसे नेता भी हैं. वे जानते थे कि वे किसके घर गए हैं. छगन भुजबल ने कहा, अगर संजय राउत ने शिंदे समूह और उनके बागियों पर इतना ध्यान दिया होता तो यह स्थिति पैदा नहीं होती.
सामना में क्या कहा गया है?
शरद पवार के बाद पार्टी को आगे ले जाने वाला नेतृत्व पार्टी में टिक नहीं पाया. पवार निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े नेता हैं. हालांकि, वे एक उत्तराधिकारी देने में विफल रहे हैं जो पार्टी को आगे ले जाए. बीजेपी के पेट का दर्द ऐसा है कि उनके पास शिवसेना की तरह एनसीपी को तोड़ने का प्लान था. लोग झोला लेकर तैयार थे. यह भी कहा गया कि आने वालों के ठहरने और खाने की व्यवस्था पूरी कर ली गई है. लेकिन पवार की चाल से बीजेपी की योजना बेकार हो गई.
द केरल स्टोरी पर बोले भुजबल
इस बीच कर्नाटक में चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण तमाम राष्ट्रीय नेता मैदान में हैं. बजरंग दल से जुड़े मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा, अगर कोई धार्मिक और जहरीला प्रचार कर रहा है तो उन पर पहले भी प्रतिबंध लगाने की मांग की जाती रही है. लेकिन पता नहीं अब कोई कितना जहरीला प्रोपेगैंडा फैला रहा है. फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) पर उन्होंने कहा कि मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन उन्होंने आग्रह किया कि समाज और धर्म में ऐसी चीजों से बचना चाहिए.
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