Saamana Editorial Today: उद्धव ठाकरे गुट ने मुखपत्र 'सामना' में बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है और कई गंभीर आरोप लगाए हैं. सामना के संपादकीय में कहा गया है, “बक्से के बदले सरकार” जहां भी स्थापित हो, वहां ‘पैसों के बदले मंत्रीपद’ की ‘नीलामी’ करने वाले मसखरे और तोते ही घूमते नजर आयेंगे! कर्नाटक के लोगों ने इस पाखंड को पहचाना और इसे तोड़ दिया. महाराष्ट्र में भी यही होने जा रहा है. क्योंकि महाराष्ट्र में भी सरकार सत्ता में है.


नीरज सिंह राठौर का मामला इसका सबूत है. सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार को असंवैधानिक करार देते हुए मुहर लगा दी है. लेकिन अब वह ठगों और जालसाजों की होने का भी आरोप सिद्ध करनेवाली घटना घटी है. शिंदे-फडणवीस सरकार में पैसे के बदले में मंत्री पद दिलाने का झांसा देनेवाले एक ठग को गिरफ्तार किया गया है.


क्या है नीरज सिंह राठोड़ का मामला?
गिरफ्तार आरोपी का नाम नीरज सिंह राठोड़ है और वह गुजरात से है. यह ठग खुद को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का ‘पीए’ बताता था और उसने बीजेपी के कुछ विधायकों को ठगने की कोशिश की. उसमें भाजपा के मध्य नागपुर के विधायक विकास कुंभारे भी थे. कुंभारे की ही शिकायत के कारण यह ठग फिलहाल गिरफ्त में है. यानी ठग देश के प्रधानमंत्री-गृहमंत्री के प्रदेश का है, वह जिसका टीका लगाकर घूम रहा था, वह सत्ताधारी दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का और जिन विधायकों को उसने धोखा देने की कोशिश की, वे भी सत्ता पक्ष के ही थे. ऐसे ‘हिम्मतवाले’ इस ठग को लेकर हैरानी जताई जाए या ‘जैसी करनी, वैसी भरनी’ कहकर शासकों को ही आरोपी के पिंजरे में खड़ा किया जाए!


बीजेपी पर लगाए ये आरोप
सवाल सिर्फ इतना है कि ठगी और फर्जीवाड़ा की यह फसल हाल में देश और महाराष्ट्र में भी क्यों दिखने लगी है? जिस मिट्टी में शूरवीर, क्रांतिकारी, देशभक्त, विद्वान, संत-महात्मा पैदा हुए, उसी मिट्टी में चोर, डाकू, ठग, लफंगे, शेखीबाज, बहुरूपिए पनपने लगे हैं? इस परिवर्तन का संबंध वास्तव में किससे है?


मिट्टी से भी अधिक ‘बुआई और छिड़काव’ से उसका संबंध ज्यादा हो सकता है. क्योंकि दिल्ली से लेकर गल्ली तक पिछले कुछ वर्षों में हर जगह ठगी और जालसाजी का ही बोलबाला है. राजनीतिक उथल-पुथल और तोड़फोड़ करके राज्यों में सरकार स्थापित करने का एकसूत्री कार्यक्रम वर्तमान सत्ताधारियों की ओर से चलाया जा रहा है.


मंत्री पद के लिए पैसे को लेकर कही ये बात
जिस सरकार में मंत्री पद के लिए यह जालसाजी की गई, वह महाराष्ट्र सरकार भी ठगी करके ही सत्ता में स्थापित की गई. अब इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कुछ दोष, संबंध होगा, ऐसा नहीं है. लेकिन उनके नाम से और उन्हीं की पार्टी के विधायकों को झांसा देने की कोशिश की गई, इसकी जिम्मेदारी तो पार्टी को लेनी ही होगी. नीरज सिंह राठोड़ की गिरफ्तारी, पुलिस की कार्रवाई का हिस्सा हुआ.


असली सवाल यह है कि देश में और महाराष्ट्र में भी ठगी, जालसाजी, धोखाधड़ी की फसल क्यों बढ़ गई है, चूंकि ठगी आपकी पार्टी के नाम पर की गई है, इसलिए इस प्रश्न का उत्तर देना आपकी ही जिम्मेदारी है. जहां ‘खोके के बदले में सरकार’ स्थापित होती है, वहां ‘पैसों के बदले में मंत्री पद’ की ‘नीलामी’ करनेवाले ठगों और जालसाजों का ही बोलबाला होगा!


ये भी पढ़ें: Trimbakeshwar: 'ज्ञानवापी की तरह इस मस्जिद का भी...', त्र्यंबकेश्वर में अनिकेत शास्त्री के दावे से मची सनसनी