राज ठाकरे और CM एकनाथ शिंदे के बीच मुलाकात में क्या हुई बात? MNS नेता संदीप देशपांडे ने किया खुलासा
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि पार्टी प्रमुख राज ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच आम जनता की समस्याओं को लेकर ही चर्चा हुई.
Sandeep Deshpande On Raj Thackeray: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल धीरे धीरे बढ़ती जा रही है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार (03 अगस्त) को प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) से मुलाकात की. एमएनएस नेता संदीप देशपांडे ने इस मुलाकात को लेकर बताया कि दोनों के बीच आम लोगों की समस्याओं को लेकर बातचीत हुई.
MNS नेता संदीप देशपांडे ने कहा, ''वर्ली में बीडीडी चॉल को लेकर कुछ सवाल थे, जिस पर कुछ दिन पहले यहां के लोगों ने राज ठाकरे से मुलाकात की थी. राज ठाकरे की मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस मसले पर बात हुई. कुछ दिन पहले पुणे में जो बारिश हुई और लोगो को परेशानी हुई थी, उसपर भी चर्चा की गई.''
मीटिंग में राजनीति मुद्दे पर चर्चा नहीं- संदीप देशपांडे
उन्होंने आगे कहा, ''दोनों नेताओं के बीच आम जनता की समस्याओं को लेकर ही चर्चा हुई. मीटिंग में कोई भी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नही हुई. ना ही महायुति में शामिल होने को लेकर और ना ही किसी अन्य राजनीतिक मुद्दे पर बात हुई.''
वर्ली विधानसभा सीट पर कौन होगा उम्मीदवार?
संदीप देशपांडे ने वर्ली सीट को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''वर्ली विधानसभा सीट को लेकर राज ठाकरे फैसला लेंगे कि यहां से कौन उम्मीदवार होगा? लेकिन हमें इस सीट पर रुचि है, क्योंकि पिछले 5 सालों में वहां के लोगों की समस्याओं पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. सचिन वाज़े ने अनिल देशमुख को लेकर जो बोला है. वो बहुत गंभीर मामला है, इसकी जांच होनी चाहिए.''
जानकारी के मुताबिक राज ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच मुलाकात के दौरान मुंबई में बीडीडी चाल के पुनर्विकास, पुलिस कॉलोनियों के पुनर्विकास, घरों की उपलब्धता जैसे अलग-अलग विषयों पर एक बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान राज्य प्रशासन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
बता दें कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था लेकिन NDA को बिना शर्त समर्थन दिया था. हालांकि विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने हाल ही 225 से 250 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कही थी. इसी साल महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी पार्टियां अपने अपने हिसाब से जनाधार को मजबूत करने की कोशिशों में जुटी है.
कृष्णा ठाकुर की रिपोर्ट
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