Sanjay Gaikwad: मुश्किल में एकनाथ शिंदे गुट के नेता, 'शिकारी विधायक' संजय गायकवाड पर अब इस मामले में केस दर्ज
Sanjay Gaikwad FIR: एकनाथ शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि उन्होंने बाघ का शिकार कर उसके दांत का लॉकेट बनाकर पहना था. अब उनपर एक और केस दर्ज हुआ है.
Land Grabbing Case: बुलढाणा में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. गायकवाड़ के खिलाफ जमीन हड़पने का मामला दर्ज किया गया है, जो हाल ही में एक वीडियो के कारण मुसीबत में आ गए हैं. जिसमें उन्होंने एक बाघ का शिकार करने और उसके बाघ के पंजे को लॉकेट के रूप में अपने गले में पहनने का दावा किया था.
क्या है आरोप?
ABP माझा के मुताबिक, एक महिला की खेती की जमीन हड़पने और उसे जान से मारने की कोशिश के आरोप में संजय गायकवाड़ समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बुधवार 28 फरवरी की आधी रात को मोटाला कोर्ट के आदेश पर बोराखेड़ी पुलिस (बुलढाणा पुलिस) ने यह मामला दर्ज किया है.
इन्होंने दर्ज कराया केस
नागपुर की रीता यमुनाप्रसाद उपाध्याय के पास ग्रुप नंबर 62, राजूर शिवारा, मोटाला तालुक में डेढ़ एकड़ का खेत है. 2021 के कोरोना काल के दौरान विधायक संजय गायकवाड़ और उनके अन्य साथियों ने इस कृषि भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया. विधायक गायकवाड़ ने इस जगह पर एक आलीशान फार्म हाउस का निर्माण भी शुरू करा दिया. उन्होंने इस कृषि भूमि पर अतिक्रमण कर कृषि बाड़ भी हटा दी. शिकायत में कहा गया है कि गायकवाड़ ने उपाध्याय से इस बात पर भी जोर दिया कि जिस दर पर वह भुगतान कर रहे हैं, कृषि भूमि उनके नाम पर स्थानांतरित कर दी जाए.
इन धाराओं में केस दर्ज
इस मामले में उपाध्याय ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी. हालांकि पुलिस ने इस पर ज्यादा ध्यान न देते हुए कोई कार्रवाई नहीं की. जब उपाध्याय ने मोटाला में अदालत का दरवाजा खटखटाया, तो विधायक संजय गायकवाड़ के साथ-साथ मृत्युंजय गायकवाड़, सोमनाथ चौबे, दीपाली चौबे और ज्ञानेश्वर वाघ पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. बोराखेड़ी पुलिस में आईबीडी की धारा 156(3), 143, 150, 379, 385, 447 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच पुलिस निरीक्षक सारंग नवलकर के मार्गदर्शन में एपीआई राजवंत आठवले द्वारा की जा रही है.
19 फरवरी को आयोजित शिव जयंती कार्यक्रम में विधायक संजय गायकवाड़ ने आकर्षक पोशाक पहनी थी. उसके हाथ में तलवार, सिर पर चाबुक और गले में मोतियों की माला थी. बुलढाणा में एक इंटरव्यू के दौरान उनके पहनावे को लेकर सवाल उठाए गए. जब उनसे उस समय गायकवाड़ के गले में पड़े लॉकेट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह दांत एक बाघ का है और उन्होंने खुद 1987 में एक बाघ का शिकार किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि उन्होंने लॉकेट में वही दांत लगा रखा है.
उनके इस बयान के बाद हर तरफ सनसनी मच गई. वन विभाग ने संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की. साथ ही संबंधित दांतनुमा सामान को वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया. अब कथित बाघ जैसी वस्तु को डीएनए परीक्षण के लिए देहरादून स्थित वन्यजीव संस्थान भेजा गया है. बुलढाणा वन प्रभाग के क्षेत्रीय वन रेंज अधिकारी अभिजीत ठाकरे ने कहा कि इस संबंध में वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद वास्तविक तथ्य स्पष्ट होंगे.