Maharastra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के बीच जुबानी हमले लगातार जारी हैं. इस बीच शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने सीएम चेहरे को लेकर उद्धव ठाकरे के बयान पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ 25 साल की दोस्ती CM बनने के लिए ही छोड़ी थी. अब कांग्रेस और शरद पवार ने जो स्टैंड लिया है कि पहले सीएम फेस जाहिर नहीं करेंगे, इसलिए उद्धव ठाकरे के पास ये बोलने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है.


शिवसेना नेता संजय निरुपम ने आगे कहा, ''चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे के रंग दिखाई देंगे. शरद पवार और कांग्रेस ने उद्धव को उनकी जगह बता दी है, उनको जो अहंकार था कि मैं ही सब कुछ MVA में हूं, लेकिन एमवीए ने सर्वे कराकर उनको तीसरे नंबर पर फेंक दिया है. उद्धव ठाकरे को MVA गिनती हीं नहीं है.''


उद्धव ठाकरे को CM की रेस से बाहर किया गया- संजय निरुपम


शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वो सीएम बनने का सपना नहीं देख रहे हैं. इस सवाल पर संजय निरुपम ने कहा, ''उद्धव ठाकरे सीएम बनने की रेस से बाहर नहीं हुए हैं, उनको बाहर किया गया है. कांग्रेस और एनसीपी (SP) ने मिलकर के उद्धव ठाकरे जी को ये खुला संदेश दे दिया है कि आप में हमारा विश्वास नहीं है. आप हमारे मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बन सकते हैं.'' 


'लोग MVA को उद्धव ठाकरे के नाम पर वोट नहीं देंगे'


शिवसेना नेता ने आगे कहा, ''उद्धव ठाकरे का लगभग दो-ढाई साल का उनका कार्यकाल था, वो इतना निराशाजनक था कि उसको देखते हुए महाराष्ट्र के लोग फिर से MVA को उद्धव ठाकरे के नाम पर वोट नहीं देंगे. ये कांग्रेस और एनसीपी (SP) के अंदरुनी सर्वे में साफ-साफ दिख रहा है इसलिए वो कह रहे हैं कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता. दरअसल वो निराश हो चुके हैं.'' 


उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं के सामने उन्होंने हाथ पसारा कि मेरा नाम जाहिर करिए लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने कोई वैल्यू नहीं दिया. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा कि जिसका भी नाम अनाउंस करना है आप कीजिए लेकिन किसी ने प्रतिक्रिया नहीं दी और उनकी उपेक्षा की. 


उन्होंने आगे कहा, ''उसके बाद शरद पवार जी ने भी साफ कह दिया कि चुनाव के बाद सीएम का चेहरा तय होगा. आज उद्धव ठाकरे जी सीएम की रेस से बाहर हुए हैं और जब चुनाव की घोषणा हो जाएगी तो पूरा MVA सरकार बनाने की रेस से बाहर हो जाएगा.''
 
महायुति में भी एकता नहीं होने के सवाल पर क्या बोले निरुपम?


महायुति में भी एकता नहीं दिख रही है. इस सवाल पर संजय निरुपम ने कहा, ''कुछ लोग इस स्तर पर छोटी-छोटी बातों की अफवाहें उड़ाते रहेंगे. छोटे-छोटे कार्यकर्ता इस तरह की आकाक्षा व्यक्त करते रहेंगे और उनका सम्मान होना चाहिए. लेकिन सबसे बड़ा तथ्य ये है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी हैं और उनके ही नेतृत्व में आने वाले दिनों में विधानसभा का चुनाव महायुति लड़ने जा रही है. चुनाव के बाद पार्टियों की क्या स्थिति है तीनों पार्टियां मिलकर एक फैसला कर लेंगे.


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