Sanjay Raut Attacks Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में शरद पवार गुट के अनिल देशमुख के दावों ने सियासी भूचाल ला दिया है. देशमुख ने दावा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने एमवीए के नेताओं पर आरोप लगाने के लिए अपने करीबी को भेजा था. 


उनके इस दावे पर संजय राउत ने कहा, "अनिल देशमुख महाराष्ट्र के गृह मंत्री थे. वे राज्य के एक वरिष्ठ और प्रमुख राजनेता हैं. हालांकि, उन्हें एक साजिश के तहत जेल भेजा गया था. जेल भेजे जाने से पहले अनिल देशमुख पर दबाव डाला गया था कि वे किसी मामले में उद्धव ठाकरे, शरद पवार, आदित्य ठाकरे का नाम लें. अन्यथा ईडी आपके पीछे लग जाएगी.''


उन्होंने कहा, ''अनिल देशमुख ने दो साल पहले जेल में मुझे यह बात बताई थी. बीजेपी ऐसा कर सकती है, कई नेता सांसद, विधायक हैं, जो अब बीजेपी के साथ हैं. उन्हें इस तरह की रणनीति का इस्तेमाल करके पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया."


अनिल देशमुख ने क्या कहा?


न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनसीपी (एसपी) के नेता अनिल देशमुख ने दावा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने हलफनामे भेजे और मुझसे उन पर दस्तखत करने को कहा. मुझे कहा गया कि अगर मैंने ऐसा किया तो न तो ED और न ही CBI मेरे पीछे आएगी. मुझ पर दबाव डाला गया, लेकिन मैंने साफ कहा कि अगर मुझे आजीवन जेल भी जाना पड़े तो भी मैं झूठे आरोप नहीं लगाऊंगा. 


अनिल देशमुख ने अप्रैल 2021 में गृहमंत्री के पद इस्तीफा दे दिया था. उनपर तब के मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि वह पुलिस को शहर के होटल और बार मालिकों से वसूली करने को कहते हैं. उन्हें ईडी ने नवंबर 2021 में ईडी ने गिरफ्तार किया था. वहीं संजय राउत को ईडी ने जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था. दोनों नेता इस समय जमानत पर हैं.


'मुझे उद्धव ठाकरे और अजित पवार के खिलाफ दस्तखत करने को कहा गया', अनिल देशमुख का चौंकाने वाला दावा