Kangana Ranaut Statement: उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कंगना रनौत को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवसेना (UBT) सांसद ने कहा, "कंगना का ऑफिस हमने नहीं तोड़ा था. बीएमसी ने तोड़ा था. मुंबई को कोई पीओके कहेगा तो क्या मोदी जी को यह मंजूर होगा? कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा."
क्या है पूरा मामला?
सितंबर 2020 में, बीएमसी ने संपत्ति में अवैध परिवर्तन का आरोप लगाते हुए मुंबई में कंगना रनौत के कार्यालय में विध्वंस अभियान चलाया था. बॉलीवुड की प्रमुख अभिनेत्री कंगना रनौत ने याचिका दायर कर "अवैध" विध्वंस के लिए 2 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की थी. बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई की और बीएमसी और शिवसेना सांसद संजय राउत के कार्यों पर सवाल उठाया.
संजय राउत का बयान
उस वक्त शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कंगना रनौत के कार्यालय में तोड़फोड़ के काम से खुद को और अपनी पार्टी को अलग कर लिया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विध्वंस पूरी तरह से बीएमसी से संबंधित मामला था और इसका शिवसेना से संबंध नहीं था. राउत ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कंगना रनौत को धमकी नहीं दी या दुर्व्यवहार नहीं किया. इसके बजाय, उन्होंने उसे "बेईमान" कहा क्योंकि उसने पहले मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने वाला बयान दिया था.
कांग्रेस नेता के पोस्ट से विवाद
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत पर कार्रवाई की मांग करेगा. श्रीनेत के ‘इंस्टाग्राम’ अकाउंट से रनौत के बारे में कथित आपत्तिजनक पोस्ट की गई थी, जिसे बाद में हटा दिया गया. एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि वह इस संबंध में निर्वाचन आयोग से संपर्क करेंगी.
शर्मा ने बीजेपी के सदस्य तजिंदर बग्गा द्वारा मुद्दा उठाए जाने पर ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “कंगना रनौत आप एक योद्धा और चमकता सितारा हो. असुरक्षित महसूस करने वाले लोग घटिया हरकतें करते हैं. यूं ही चमकती रहिये, मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं. तजिंदर बग्गा निर्वाचन आयोग को पत्र लिख रही हूं.”