Maharashtra Politics News: बीजेपी नेता नितेश राणे (Nitesh Rane) के बयान को लेकर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने प्रतिक्रिया दी है और इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. संजय राउत ने कहा कि मैंने पढ़ा है कि बीजेपी का जो एक विधायक है उनके पिताजी पहले शिवसेना में थे, फिर कांग्रेस में गए और अब बीजेपी में हैं और वह लोग 'मस्जिद में घुसकर मारूंगा' ऐसी टिप्पणी करते हैं. पीएम मोदी को क्या इस तरीके की भाषा मंजूर है. अगर आपको यह भाषा मंजूर है तो आप विदेश में जाकर मस्जिद में जाना छोड़ दीजिए.
संजय राउत ने कहा, ''आप जो विदेश में जाते हो, दुबई और सऊदी अरब इस्लामिक कंट्री में जाते हो और वहां बड़े-बड़े नेताओं से गले मिलते हो, वहां की मस्जिदों में जाकर जो पाठ पढ़ाते हो, यह ढोंग बंद कर दीजिए. मस्जिद में घुसकर मारने की बात अगर कोई करता है तो सरकार ने क्या कार्रवाई की. मस्जिद में घुसकर मारने की बात करने से पहले अपने नेता से कहना चाहिए कि पाकिस्तान में घुसिए पहले और आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़िए.''
बीजेपी नेता दंगाई की भाषा बोलते हैं- संजय राउत
शिवसेना-यूबीटी नेता ने कहा, ''आज भी जम्मू में अपने आर्मी बेस पर हमला हुआ है और हमारा ही जवान शहीद हो गया है. यह हर दिन की शहादत चल रही है. हमको लड़ना है तो इन लोगों से लड़ना है. यह गांव में जाकर भाषण देते हैं. यह दंगे भड़काना चाहते हैं. इस राज्य में आग लगाना चाहते हैं. अपने आप को यह नेता मानते हैं. हिंदुत्व वादी छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान अपने गांव में हुआ है. आप दंगाई की भाषा में बात करते हैं. जाइए चीन को आंख दिखाइए यह जो आंख है यह पाकिस्तान को दिखाइए.''
आरएसएस के बयान पर संजय राउत की प्रतिक्रिया
जातीय जनगणना पर आरएसएस के बयान पर संजय राउत ने कहा कि उनकी बात सही है. वहीं, बुलडोजर मामले में राउत ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से में सहमत हूं. यह बुलडोजर एक नौटंकी है. राजनीतिक नौटंकी है. अपने आप को हिंदुत्व वादी बताने के लिए यह बुलडोजर चलाते हैं लेकिन बुलडोजर चलाने की नौबत अगर अब आएगी तो सबसे पहले बीजेपी के लोगों के ऊपर बुलडोजर चलेगा. इतने गैरकानूनी काम किए हैं मुझे लगता है अगर बुलडोजर चलना चाहिए तो उनके ऊपर चलना चाहिए.''
महायुति के कुछ नेता अपनी पुरानी पार्टी में जा रहे हैं? इस सवाल पर संजय राउत ने कहा, ''हमारे संपर्क में भी बहुत से नेता हैं. जल्द ही आपको पता चलेगा कि महाविकास आघाड़ी में महायुती के कितने बड़े-बड़े नेता आ रहे हैं.''