बिहार की सियासी अटकलों के बीच शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन (इंडिया) के मजबूत स्तंभ हैं. उन्होंने कहा कि वो कहीं नहीं जा रहे हैं. बता दें कि उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू दोनों ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. संजय राउत का बयान ऐसे समय में आया है जब नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में जाने के कयासों को हवा मिल गई है. जेडीयू और बीजेपी नेताओं के बयान से सियासी माहौल गरमाया हुआ है.
राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टियों पर नीतीश कुमार के कटाक्ष के बाद राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में ‘‘हवा की दिशा बदलने के साथ अपनी विचारधारा बदलने’’ के लिए कुमार पर तंज कसा था. इसके बाद से बिहार की राजनीति में गहमागहमी देखी जा रही है. हालांकि बाद में उन्होंने अपना पोस्ट हटा लिया.
बिहार के एक बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी अपनी भविष्य की राजनीतिक अनिवार्यताओं को ध्यान में रखकर कदम उठाएगी, न कि अतीत की कड़वाहट से. हालांकि, उन्होंने कहा कि (गठबंधन के संबंध में) कोई भी निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा. बीजेपी नीतीश कुमार को अपने पाले में करने की इच्छुक दिख रही है. कुमार सत्ता में बरकरार रहते हुए कभी बीजेपी, तो कभी आरजेडी-कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन में शामिल होते रहे हैं.
सूत्रों ने कहा कि बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रहने वाले नीतीश कुमार को उनके राजनीतिक कद के अनुरूप विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) में स्थान नहीं मिलने के चलते जेडीयू नेता नाखुश बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव के साथ जल्द विधानसभा चुनाव कराने के भी पक्षधर हैं.