Sanjay Raut Case: देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद संजय राउत की पहली प्रतिक्रिया, नेहरु और इमरजेंसी का किया जिक्र
Sanjay Raut Sedition Case: 'सामना' में एक विवादित लेख को लेकर उद्धव गुट के सांसद संजय राउत पर देशद्रोह का केस दर्ज हुआ है. केस दर्ज होने के बाद संजय राउत की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
Sanjay Raut FIR: महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत मुश्किल में फंस गए हैं. यूबीटी के मुखपत्र 'सामना' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनके लेख ने उन्हें मुसीबत में डाल दिया है, उनके खिलाफ यवतमाल जिले के उमरखेड़ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. उनपर देशद्रोह का केस दर्ज हुआ है.
संजय राउत के खिलाफ केस दर्ज
शिवसेना (UBT) के मुखपत्र 'सामना' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित आपत्तिजनक लेख लिखने के आरोप में यवतमाल पुलिस ने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के खिलाफ मामला दर्ज किया है. संजय राउत के खिलाफ बीजेपी यवतमाल के संयोजक नितिन भुटाडा ने शिकायत दर्ज कराई थी. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राउत अखबार 'सामना' के कार्यकारी संपादक हैं. अपनी शिकायत में बीजेपी नेता ने दावा किया कि राउत ने 11 दिसंबर को पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक लेख लिखा था.
संजय राउत की पहली प्रतिक्रिया
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अपने बयान में कहा, ''मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया है क्योंकि मैंने प्रधानमंत्री के खिलाफ बोला था. देश में अभी भी लोकतंत्र है." वरिष्ठ शिवसेना नेता ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री चयन का जिक्र करते हुए यह भी आरोप लगाया कि केंद्रीय नेता तय करते हैं कि मुख्यमंत्री कौन होगा, जिसने राज्यों के भीतर बीजेपी नेताओं को भी आश्चर्यचकित कर दिया. उन्होंने कहा, ''बीजेपी कांग्रेस में तब्दील होती जा रही है. केंद्रीय नेतृत्व तय करता है कि मुख्यमंत्री कौन होगा.”
क्या बोले सांसद संजय राउत?
'सामना' में पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक लेख के लिए अपने खिलाफ दर्ज मामले पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत कहते हैं, "हम पीएम नरेंद्र मोदी का सम्मान करते हैं...अमित शाह ने कुछ दिन पहले पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू पर टिप्पणी की थी, क्या उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा? हमारे देश में लोकतंत्र है और कई नेता बयान देते हैं. अगर लोग ऐसे ही केस दर्ज करवाएंगे तो फिर उन्हें यह कहने का अधिकार नहीं है कि उन्होंने आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी''