Sanjay Raut on Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपना लगातार सातवां बजट पेश करके इतिहास रचने वाली हैं. इस तरह वह पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देंगी. हालांकि, सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड अब भी देसाई के पास ही है. बजट के बीच उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है.
क्या बोले संजय राउत?
संजय राउत ने कहा, यह बजट एनडीए सरकार का पहला बजट है. मोदी सरकार का पहला नहीं है. हम देखना चाहते हैं कि नीतिश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कितना प्रभाव डालेगें. अगर अच्छा बजट होगा तो हम स्वागत करेगें. इस देश में बेरोजगारी है, महंगाई है और जीएसटी है."
सीतारमण अगले महीने 65 वर्ष की हो जाएंगी. उन्हें 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की थी. तब से लेकर अब तक, उन्होंने इस साल फरवरी में प्रस्तुत किए गए अंतरिम बजट सहित कुल छह बजट पेश किए हैं.
वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) का पूर्ण बजट उनका लगातार सातवां बजट होगा. इस प्रकार, वह मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी, जिन्होंने 1959 से 1964 के बीच लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था. स्वतंत्र भारत में बजट प्रस्तुत करने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य इस प्रकार हैं:
पहला बजट किसने पेश किया था?
स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर, 1947 को देश के पहले वित्त मंत्री आर. के. शनमुखम चेट्टी द्वारा पेश किया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और बाद में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में कुल 10 बजट पेश किए. पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने नौ बार बजट पेश किया. प्रणब मुखर्जी ने वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान आठ बजट प्रस्तुत किए. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 से 1995 के बीच लगातार पांच बार बजट पेश किया, जब वह पी. वी. नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री थे.
सबसे लंबा बजट भाषण सीतारमण ने 1 फरवरी, 2020 को दो घंटे 40 मिनट का दिया था.
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