Maharashtra Politics: शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत पुणे के दौंड में जनसभा कर रहे हैं. इस सभा में बोलते हुए संजय राउत ने बीजेपी और शिवसेना के शिंदे गुट पर हमला बोला है. उन्होंने यह भी दोहराया कि यह सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. इस दौरान संजय राउत ने अपनी गिरफ्तारी को लेकर बयान दिया. राउत ने गिरफ्तारी की वजह बताई.


क्या बोले संजय राउत?
संजय राउत बोले, क्या आप जानते हैं मुझे जेल में क्यों डाला गया? मुझे कैद कर लिया गया क्योंकि मैंने कुछ नहीं किया था. दरअसल मैंने घर के लिए अपने एक भाई से 50 लाख रुपये उधार लिए थे. मैंने इसे वापस कर दिया. लेकिन वह ईडी के लोगों को ले आये. यह सब तब हुआ जब उनकी सरकार बन रही थी. क्योंकि वे जानते थे कि यह व्यक्ति सरकार के विरुद्ध एक बाधा बनेगा. फिर वे लोग मुझे उठा ले गए.


संजय राउत ने किये खुलासे
सांसद राउत ने कहा कि जब वे मुझे ले जा रहे थे तब मैं उन लोगों के पैरों में नहीं गिरा था. मैंने उनसे नहीं कहा, मुझे मत ले जाओ, मैं बीजेपी में शामिल हो रहा हूं, मुझे छोड़ दो, मुझे अपनी वाशिंग मशीन में डाल दो... इसके विपरीत, मैंने कहा कि चलो इसे ले लो. लेकिन जेल की दीवार मुझे रोक नहीं सकी.


शरद पवार का बयान
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को स्थानीय ग्रामीणों के साथ बातचीत करनी चाहिए जो तटीय रत्नागिरी जिले में एक रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वैकल्पिक स्थल तलाशा जाना चाहिए. राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत के इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए पवार से मिलने के बाद पवार ने मुंबई में संवाददाताओं से बात की.


मुंबई से 400 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले की राजापुर तहसील के बारसू गांव के निवासी इस परियोजना के खिलाफ हैं और शिवसेना-यूबीटी और महा विकास अघडी गठबंधन में एनसीपी के सहयोगी कांग्रेस उनका समर्थन कर रहे हैं.


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