Sanjay Raut: 'इसे नए संसद भवन में फ्रेम करके लटकाना चाहिए', पीएम मोदी की डिग्री पर संजय राउत ने कसा तंज
Sanjat Raut on PM Modi Degree: संजय राउत ने आज पीएम मोदी पर उनकी डिग्री को लेकर निशाना साधा है. संजय राउत ने इस मामले में उनकी डिग्री भी टसोशल मीडिया पर शेयर की है.
PM Modi Degree: उद्धव ठाकरे गुट के नेता सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर कड़ा प्रहार किया है. "हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी की ये जो डिग्री है, लोग कहते हैं कि यह बोगस है, लेकिन मैं मानता हूं कि 'Entire Political Science' शोध विषय पर ये ऐतिहासिक व क्रांतिकारी डिग्री है. इसे नए संसद भवन के मुख्यद्वार पर फ्रेम करके लटकाना चाहिए. ताकि लोग प्रधानमंत्री जी की योग्यता पर सवाल न उठाएं." संजय राउत ने सोमवार (3 अप्रैल) को ट्वीट कर इसपर प्रतिक्रिया दी है.
'सावरकर सम्मान यात्रा'
इस बीच जहां संभाजीनगर में महाविकास अघाड़ी की संयुक्त बैठक हुई, वहीं दूसरी ओर . और शिंदे गुट की ओर से 'सावरकर सम्मान यात्रा' निकाली जा रही है. इस पर बोलते हुए संजय राउत ने कहा, 'सावरकर ने इस देश को एक दिशा दी है. सावरकर ने हिंदुत्व का विचार देते हुए प्रगतिशीलता और वैज्ञानिकता का एक महत्वपूर्ण संदर्भ दिया है. सावरकर को अपनी दाढ़ी बढ़ाना पसंद नहीं था. तो क्या शिंदे शेव करने वाले हैं? सावरकर ने कहा था कि दाढ़ी आदि बढ़ाना हमारे धर्म में शोभा नहीं देता. एकनाथ शिंदे को पहले अपनी दाढ़ी मुंडवानी चाहिए. आप सावरकर की विचार यात्रा ले रहे हैं. क्या आपने सावरकर का साहित्य पढ़ा है?”
हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी की ये जो डिग्री है,लोग कहते हैं कि यह बोगस है, लेकिन मैं मानता हूं कि 'Entire Political Science' शोध विषय पर ये ऐतिहासिक व क्रांतिकारी डिग्री है.इसे नए संसद भवन के मुख्यद्वार पर फ्रेम करके लटकाना चाहिए.ताकि लोग प्रधानमंत्री जी की योग्यता पर सवाल न उठाएं. pic.twitter.com/d5dnL4nZvk
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 3, 2023
"आप सावरकरवादी नहीं हो सकते"
आप सावरकरवादी नहीं हो सकते के बयान के बाद संजय राउत ने तंज कसते हुए कहा, "शिंदे गुट को पहले सावरकर के साहित्य का पाठ करना चाहिए. उसकी सारी सामग्री पढ़ें. यहां तक कि मदनलाल ढींगरा के बारे में उन्होंने ब्रिटेन में जो बयान दिया है, उन्होंने मैक्सिम गोर्की के साहित्य का अंग्रेजी से मराठी में अनुवाद किया है, मेजर जन्मथेप, साहा सोनेरी पानम, अन्य वैज्ञानिक लेखन डॉ. शिंदे और उनके 40 लोगों को परायण का पाठ करना चाहिए और फिर अपने विचारों के लिए सावरकर यात्रा निकालनी चाहिए. बीजेपी को भी सावरकर के विचारों को पढ़ने की जरूरत है.