Sanjay Raut On Maratha Reservation: मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) का मुद्दा इस समय काफी गर्म है. मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे पाटिल ने सरकार को 24 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है. मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल के नेतृत्व में राज्य भर का मराठा समाज आरक्षण की मांग को लेकर एकजुट हो गया है. तमाम मराठा प्रदर्शनकारियों की ओर से मराठा आरक्षण की मांग तेज होती जा रही है.दूसरी ओर आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय के लोगों की आत्महत्या का सिलसिला भी जारी है.


इन सबके बीच  संजय राउत (Sanjay Raut)ने कहा है कि सरकार आरक्षण से भाग रही है. खुद को मराठा मानने वाले अजित पवार (Ajit Pawar) आरक्षण से क्यों भाग रहे हैं? संजय राउत ने सवाल भी पूछा कि आरक्षण के लिए कितने लोगों की बलि दी जाएगी. संजय राउत ने कहा कि अगर चौथी आत्महत्या होती है तो मुख्यमंत्री के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करें.


संजय राउत ने  क्या कहा
मराठा आरक्षण को लेकर राज्य सरकार की ओर से विज्ञापन दिया जा रहा है. संजय राउत ने इसकी आलोचना करते हुए कहा "सरकार की ओर से झूठे विज्ञापन चलाए जा रहे हैं. सरकार में कुछ लोग अलग रुख अपना रहे हैं. भुजबल लोगों को भड़का रहे हैं. शिंदे गुट के कुछ लोग कहते हैं कि हम कुनबी नहीं हैं, हमें कुनबी में आरक्षण नहीं चाहिए, लेकिन यह भ्रामक है. संजय राउत ने कहा कि  मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अब तक तीन आत्महत्याएं हो चुकी हैं." 


मनोज जारांगे पाटिल ने की ये घोषणा
उन्होंने कहा कि सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री  फडनवीस पीएम मोदी के पास जाएं और उनसे कानून में संशोधन करने को कहें. उन्होंने कहा कि आरक्षण के लिए कितनी कुर्बानियां देनी पड़ेंगी. वहीं  मनोज जारांगे ने घोषणा कि है की अगर 24 अक्टूबर तक मराठा आरक्षण की घोषणा नहीं की गई तो वह 25 अक्टूबर से अपनी भूख हड़ताल फिर से शुरू करेंगे. 


उन्होंने कहा कि इस भूख हड़ताल के दौरान वह कोई इलाज नहीं कराएंगे और पानी भी नहीं पिएंगे. लोगों से आत्महत्या जैसे चरम कदम न उठाने का आग्रह करते हुए, जारांगे ने विश्वास व्यक्त किया कि शांतिपूर्ण विरोध मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाएगा. जारांगे ने ऐलान किया कि मंत्री, विधायक, सांसद, प्रशासन के लोगों की बाड़ाबंदी की जायेगी.


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