Chhagan Bhujbal News: महाराष्ट्र की राजनीति में अजित पवार गुट के नेता और मंत्री छगन भुजबल को लेकर सियासी हलचल और अटकलों का दौर जारी है. बीते कुछ दिनों से ये चर्चा है कि भुजबल अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का दामन छोड़ सकते हैं. हालांकि सबसे अधिक संभावना उनके शिवसेना (यूबीटी) में शामिल होने की है. भुजबल ने तीन दशक पहले अविभाजित शिवसेना छोड़ दी थी. अब इसपर उद्धव गुट की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.


शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, "हमारी पार्टी से किसी ने भी छगन भुजबल से मुलाकात नहीं की है, कोई चर्चा नहीं हुई है और (यूबीटी में शामिल होने के लिए) कोई होगी भी नहीं."






मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार छगन भुजबल कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, उनमें से एक अपनी खुद की पार्टी बनाना है.


हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, ओबीसी नेता के करीबी लोगों ने बताया कि नासिक से लोकसभा सीट न मिलने से वह नाखुश हैं, लेकिन अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उनके ऊपर राज्यसभा सीट दिए जाने से वह आहत हैं, जबकि वह महज 10 दिन पहले ही लोकसभा चुनाव हार गई थीं. भुजबल की नाखुशी सोमवार को समता परिषद की बैठक में सामने आई. समता परिषद एक सामाजिक संगठन है, जिसके वे प्रमुख हैं. इस बैठक में संगठन के 50 पदाधिकारियों में से अधिकांश ने पार्टी में अपने नेता को कमतर तरजीह दिए जाने पर नाराजगी जताई और उनसे आगे का रास्ता बताने की मांग की.


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