Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बुधवार को दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार अपने जीते जी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से हाथ नहीं मिलाएंगे. राउत ने मुंबई में मीडिया से बातचीत में दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रधानमंत्री अगले साल 2024 में दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और देश उस 'शुभ' घड़ी का इंतजार कर रहा है.
राज्य सभा सदस्य ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि शरद पवार जब तक जीवित हैं तब तक बीजेपी से हाथ मिलाएंगे. वह अपनी पार्टी का पुनर्निर्माण कर रहे हैं.” शरद पवार की पार्टी महाराष्ट्र में विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस की सहयोगी है. शनिवार को पुणे में एक कारोबारी के आवास पर शरद पवार और उनके भतीजे तथा महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बीच हुई बैठक के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई.
यह पूछे जाने पर कि क्या अजित पवार ने बैठक के दौरान शरद पवार को कोई पेशकश की थी, राउत ने कहा, “अजित पवार इतने बड़े कब हो गए कि शरद पवार को ऑफर दें.” राउत ने कहा, “यह शरद पवार ही हैं जिन्होंने अजित पवार को बनाया. शरद पवार चार बार राज्य मुख्यमंत्री रहे और कई बार केंद्रीय मंत्री रहे.” उनकी टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय के कुछ दिनों बाद आई है जिसमें कहा गया है कि शरद पवार और उनके भतीजे के बीच लगातार बैठकें एनसीपी संस्थापक की छवि को खराब कर रही हैं.
मराठी दैनिक ने यह भी कहा कि यह देखना दिलचस्प है कि अजित पवार अक्सर अपने चाचा से मिल रहे हैं और चाचा भी इससे परहेज नहीं कर रहे हैं. पिछले महीने पुणे में बैठक के बाद, शरद पवार और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने इसे तवज्जो न देते हुए कहा था कि यह एक गुप्त बैठक नहीं थी. अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी का विद्रोही खेमा वरिष्ठ पवार से उन्हें आशीर्वाद देने का आग्रह कर रहा है.