Maharashtra News: शिवसेना-यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी कि उन्हें फिल्म 'छावा' देखनी चाहिए. यह बात उन्होंने तब कही जब ऐसा दावा किया जा रहा है कि आरएसएस के सरसंघचालक रहे एमएस गोलवलकर ने अपनी किताब में छत्रपति सांभाजी महाराज के खिलाफ टिप्पणी की थी. संजय राउत ने पीएम मोदी से भी कहा कि वह स्वीकार करें कि जो गोवालकर ने कहा था वह गलत है.
मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा, '' असदुद्दीन ओवैसी की विचारधारा अलग है. पीएम मोदी की विचारधारा जो है कोई बता नहीं सकता. हम वीर सावरकर को मानते हैं. एक फिल्म बनी, ऐतिहासिक फिल्म जब बनती है. निर्माता, निर्देशक और राइटर कोशिश करता है वह सच सामने आए. पीएम मोदी ने 10 साल में बहुत से फिल्मों की मार्केटिंग की है.''
अपने फायदे के लिए पीएम मोदी करते हैं फिल्म का प्रचार- संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी ने उन फिल्मों की मार्केटिंग की है जो उनकी पार्टी के प्रचार के लिए फायदेमंद हो. चाहे कश्मीर फाइल्स हो, ताशकंद फाइल्स हो या फिर छावा. मनमोहन सिंह के ऊपर बनी फिल्म एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर को भी बढ़ावा देने का काम बीजेपी और पीएम ने किया था. उससे कोई फर्क तो नहीं पड़ता है. छावा आई है. छावा के निर्माण में पीएम मोदी और उनकी पार्टी का कोई योगदान नहीं. फिल्म का जो एंड है उसको लेकर लोग भावुक हैं तो पीएम मोदी ने राजनेता के रूप में छलांग मार दी.
संजय राउत ने आगे कहा, ''गोलवलकर ने छत्रपति सांभाजी महाराज के बारे में अपनी भूमिका व्यक्त की है तो पीएम मोदी छावा फिल्म देखें. दिल्ली में छावा की बात कही थी. गोलवलकर ने जो लिखा था वह गलत था यह पीएम मोदी को बोलना चाहिए."
फेसबुक पोस्ट पर पुलिस में हुई थी शिकायत
दरअसल, फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया था कि आरएसएस सरसंघचालक रहे एमएस गोलवलकर की किताब 'बंच ऑफ थॉट्स' में छत्रपति सांभाजी महाराज के खिलाफ बातें लिखी हुई हैं. इस मामले में पुलिस से भी शिकायत की गई थी. यह शिकायत संवेदना परिवार संस्थान ने की थी जिसका कहना था कि सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी झूठी है और समाज में विद्वेष पैदा करने का प्रयास है.