Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर धीरे-धीरे सियासी पारा चढ़ने लगा है. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बुधवार को दावा किया कि राज्य मंत्रिमंडल की एक बैठक में फंड आवंटन को लेकर वित्त मंत्री अजित पवार और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी गिरीश महाजन के बीच बहस हुई.


संजय राउत ने नयी दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ''बीजेपी नेता गिरीश महाजन अपने ग्रामीण विकास विभाग के लिए फंड की मांग कर रहे थे. अजित पवार ने उनसे कहा, ''क्या उन्हें महाराष्ट्र की जमीन बेचकर उन्हें धन देना चाहिए.''


डिप्टी सीएम अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना भी शामिल हैं. बैठक में मौजूद रहे शिवसेना के मंत्री उदय सामंत और शंभूराज देसाई ने राउत के दावे को खारिज कर दिया.


हमारे बीच इस तरह के विवाद नहीं होते- उदय सामंत


उद्योग विभाग का प्रभार संभाल रहे उदय सामंत ने कहा, 'हमारे बीच इस तरह के विवाद नहीं होते. कल कोई विवाद नहीं हुआ. 'राज्य के आबकारी मंत्री देसाई ने कहा कि कैबिनेट की बैठक हल्के-फुल्के माहौल में हुई. देसाई ने कहा, ‘‘ऐसी कोई घटना नहीं हुई. कैबिनेट में फैसले सामूहिक रूप से लिये जाते हैं. टकराव होने का कोई सवाल ही नहीं है''.


बता दें कि एनसीपी के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को 17 जुलाई को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब पुणे में पिंपरी-चिंचवाड़ के करीब दो दर्जन पार्टी पदाधिकारी को शरद पवार की पार्टी एनसीपी (सपा) में शामिल हो गए थे. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार अजित पवार की पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा. एनसीपी से महज एक उम्मीदवार को जीत हासिल हुई. 


लोकसभा चुनाव में महायुति को कुल 17 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी को 9 सीटें जबकि एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना को 7 सीटों पर जीत मिली. वहीं महाविकास अघाड़ी ने 31 सीटों पर कामयाबी हासिल की. अब राज्य में सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं. अक्टूबर में यहां चुनाव होने हैं.


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