Veer Savarkar Row: संजय राउत के सोनिया से मिलने के बाद क्या कांग्रेस की सावरकर पर बदलेगी सियासी रणनीति, पढ़िए इनसाइड स्टोरी
Sanjay Raut: संजय राउत ने राहुल गांधी से बात की थी. संजय राउत ने ट्विटर पर कहा था, "सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिला. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. सब कुछ ठीक है. चिंता की कोई बात नहीं है."
Sanjay Raut Meeting With Rahul Gandhi And Sonia Gandhi: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की और कहा कि "सब कुछ ठीक है". महाराष्ट्र में सावरकर पर राहुल गांधी के तीखे हमले से शिवसेना का ठाकरे गुट नाराज था, जिसके कारण राज्य में कांग्रेस और एनसीपी के साथ महाविकास अघाड़ी गठबंधन में भी इस टिपण्णी को लेकर खासी नाराजगी देखी गई. सभी नेताओं ने एक सुर में राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान की तीखी आलोचना की. MVA के कई बड़े नेता जैसे संजय राउत, उद्धव ठाकरे शरद पवार ने राहुल गांधी के बयान से असहमति दिखाई.
MVA नेताओं की राहुल को हिदायत
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने राहुल गांधी से सावरकर की आलोचना नहीं करने की हिदायत दी है. उन्होंने राहुल गांधी को ये याद दिलाया कि विपक्षी दलों की असली लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के साथ है. सावरकर के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे ने भी राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा था, सावरकर हमारे भगवान हैं. उद्धव ने चेतावनी दी कि वह उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.
संजय राउत और सोनिया गांधी की मुलाकात
शरद पवार के दखल के बाद संजय राउत ने राहुल गांधी से बात की थी. वहीं संजय राउत ने ट्विटर पर कहा, "सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिला. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. सब कुछ ठीक है. चिंता की कोई बात नहीं है." राउत ने महाराष्ट्र में विपक्षी एकता के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, "विपक्ष महाराष्ट्र के साथ-साथ देश में भी एकजुट है." राउत ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ अपनी बातचीत में सावरकर का मुद्दा उठाया था और राहुल गांधी और एमवीए सहयोगी इस मामले में एक साथ हैं.
क्या राहुल गांधी ने मान ली बात?
राउत ने कहा, "एमवीए गठबंधन बरकरार है. अगर किसी को लगता है कि एमवीए टूट जाएगा, तो वे गलत हैं." समझा जाता है कि राहुल गांधी ने राउत को आश्वासन दिया था कि वह सावरकर के किसी भी आलोचनात्मक संदर्भ से बचेंगे. पवार ने सोमवार को खड़गे द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाया और स्पष्ट किया कि सावरकर को निशाना बनाने से एमवीए को मदद नहीं मिलेगी. एबीपी माझा में छपी एक खबर के अनुसार, राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि वह विपक्षी दलों की बैठक में सावरकर पर विवादित बयान नहीं देंगे.