Maharashtra News: बीते रविवार के दिन महाराष्ट्र के सातारा जिले के पुसेसावली गांव में सोशल मीडिया पर महापुरुषों को लेकर किए एक विवादित पोस्ट के बाद दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई. दोनों समुदायों के बीच हुए साम्प्रदायिक हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई. 10 लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में अबतक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. हिंसा के बाद एहतियात के तौर पर पूरे जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इलाके में धारा 144 लगा दिया गया है. गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. स्थानीय पुलिस के साथ-साथ SRPF की टुकड़ी भी डिप्लॉय की गई है. फिलहाल पुलिस का दावा है कि स्तिथि इस समय नियंत्रण में है.


कब और कैसे भड़की हिंसा?
दरअसल रविवार की रात करीब 9 से 10 बजे के बीच एक समुदाय के लोग जब अपने धर्मस्थल में प्राथना करने के लिए पहुंचे हुए थे... कुछ देर बाद उसी जगह पर दूसरे समुदाय के लोग पहुंचते हैं. दोनों के बीच सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कहासुनी शुरू होती है. बात आगे बढ़ते-बढ़ते पथराव और आगजनी तक पहुंच जाती है. कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए और दुकानों में तोड़फोड़ की गई. उसके बाद प्रशासन कि और से जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का ऐलान किया गया. और पुलिस की और से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है.


23 लोगों को गिरफ्तार किया गया
महाराष्ट्र के सतारा में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई है. कोल्हापुर के विशेष पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी ने अपील की है कि अफवाहों पर विश्वास न करें, सामाजिक सद्भाव और शांति बनाए रखें. सांसद उदयनराजे ने भी पुसेसावली का दौरा कर शांति बनाए रखने की अपील की है.


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