राहुल गांधी का वीडी सावरकर को लेकर किया गया तंज भारी पड़ सकता है. सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने मंगलवार को कहा कि वह सावरकर पर अपनी टिप्पणी के लिए राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को कांग्रेस नेता से माफी मांगने लिए कहना चाहिए. उनका ये बयान राहुल गांधी उस बयान के कुछ दिनों बाद आया है जब उन्होंने ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था,'मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रंजीत सावरकर ने उद्धव ठाकरे से कांग्रेस नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का कहा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और संजय राउत व्यक्तिगत रूप से सावरकर का बहुत सम्मान करते हैं. लेकिन उन्हें आगे बढ़ना चाहिए और राहुल गांधी से सावरकर पर अपने बयानों के लिए माफी मांगने के लिए कहना चाहिए. यह आम बात है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ नहीं रहते जो आपके भगवान का अपमान करता है. यह उनका राजनीतिक फैसला है. अगर वह सावरकर का सम्मान करते हैं, तो उन्हें इस संबंध में केवल कहना नहीं चाहिए, बल्कि कुछ कार्रवाई करनी चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे ने पहले मुख्यमंत्री रहते हुए एक 'कांग्रेस के मुखपत्र' के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिसमें उन्होंने सावरकर का अपमान करने का दावा किया था. रंजीत सावरकर ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस के एक मुखपत्र ने सावरकर के खिलाफ गंदी भाषा का इस्तेमाल किया था. तब मैंने मुख्यमंत्री से इसके खिलाफ कुछ कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन मुझे मेरे पत्र का कोई जवाब नहीं मिला और कोई कार्रवाई नहीं हुई. मैंने उनकी टिप्पणी के लिए पहले भी मामले दर्ज कराए हैं. अगर राहुल गांधी सावरकर पर अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो मैं उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराऊंगा.
इससे पहले मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए रंजीत सावरकर ने कहा कि शरद पवार को राहुल गांधी से माफी मांगने के लिए कहना चाहिए, जिनकी पार्टी महाराष्ट्र में गठबंधन में है. उन्होंने कहा कि शरद पवार के मन में सावरकर के लिए बहुत सम्मान है, लेकिन उन्हें आगे बढ़कर राहुल गांधी से सावरकर पर अब तक दिए गए बयानों के लिए माफी मांगने के लिए कहना चाहिए.
यह कहते हुए कि सावरकर के लिए ठाकरे के सम्मान का कोई मतलब नहीं है जब तक कि वे स्वतंत्रता सेनानी के लिए अपना समर्थन नहीं दिखाते, उन्होंने कहा कि संजय राउत और उद्धव ठाकरे के मन में सावरकर के प्रति सम्मान हो सकता है, लेकिन जब तक वे सावरकर के लिए अपना समर्थन नहीं दिखाते, इसका कोई मतलब नहीं है. अल्टीमेटम देने के बाद भी कांग्रेस नहीं रुकी और उन्होंने (उद्धव ठाकरे गुट) ने अभी तक कांग्रेस को अलग नहीं किया है. सावरकर के पोते ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा राजनीति के लिए सावरकर का नाम कैसे बदनाम किया जा रहा है, यह देखकर वास्तव में दुख होता है. ऐसा लगता है कि वे मुसलमानों का भी ध्रुवीकरण कर रहे हैं. महाराष्ट्र में भी सावरकर के नाम पर राजनीति की जा रही है. मैं अपने फायदे के लिए सावरकर के नाम का इस्तेमाल नहीं करने का अनुरोध करता हूं,
इससे पहले, उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह सावरकर को अपना आदर्श मानते हैं और चेतावनी दी कि सावरकर को नीचा दिखाने से विपक्षी गठबंधन में दरार आएगी. उद्धव ने आगे कांग्रेस नेता से उनका अपमान करने से बचने को कहा. सावरकर को 14 साल तक अंडमान सेलुलर जेल में अकल्पनीय यातना का सामना करना पड़ा. हम केवल दुखों को पढ़ सकते हैं. यह त्याग का एक रूप है. हम सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.उन्होंने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी सावरकर की 'निंदा' करना जारी रखते हैं तो विपक्षी गठबंधन में 'दरार' आएगी. शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के प्रमुख ने कहा कि सावरकर हमारे भगवान हैं, और उनके प्रति कोई भी अनादर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन अपने भगवान का अपमान करना हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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