Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति ने जुलाई के महीने में तब करवट बदली जब एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) के भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) ने बगावत कर शिवसेना-बीजेपी की सरकार को ज्वाइन कर लिया. हालांकि दिवाली पड़वा और भाईदूज (भाऊ बीज) पर पवार परिवार एकबार फिर एक छत के नीचे जुटा है. बारामती में शरद पवार के घर पूरे परिवार का जमावड़ा लगा और अब बुधवार को भाईदूज (Bhaidooj) का त्योहार अजित पवार के घर मनाया गया. 


शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले समेत परिवार के अन्य सदस्य बुधवार को भाऊ बीज मनाने के लिए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के पुणे जिले के बारामती स्थित आवास पहुंचे. अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, उनके बेटे पार्थ पवार और जय पवार के साथ-साथ पवार परिवार के अन्य सदस्य बारामती के काटेवाड़ी इलाके में स्थित  डिप्टी सीएम के आवास पर एकत्र हुए.


भाई के साथ सुप्रिया सुले ने मनाया भाई दूज
हर साल, पवार परिवार के सदस्य दिवाली के दौरान बारामती में भाई दूज या ‘भाऊ बीज’ मनाने के लिए एक साथ आते हैं. अजित पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से अलग होने और बीजेपी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से हाथ मिलाने के बाद यह परिवार की पहली दिवाली है. उधर, दिवाली पड़वा पर अजित पवार के शरद पवार के घर ना जाने की खबरें आ रही थीं, जिसके बाद सुप्रिया सुले ने कहा था कि वह डेंगू पीड़ित हैं इसलिए नहीं आए. हालांकि देर शाम उन्हें शरद पवार के घर देखा गया और खुद सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया पर परिवार की तस्वीर भी शेयर की. 


चाचा भतीजे के बीच राजनीतिक मोर्चे पर लड़ाई जारी
बता दें कि अजित पवार ने शरद पवार (82) द्वारा स्थापित एनसीपी और उसके चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए निर्वाचन आयोग का रुख किया है. वहीं, शरद पवार ने यह दावा किया है कि अजित पवार गुट द्वारा झूठा हलफनामा पेश किया गया है. 


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