उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार में काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे के बाद देश के तमाम राजनीतिक दलों ने प्रतक्रिया दी है. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के नेताओं ने एक ओर जहां इस फैसले पर अचरज जाहिर किया तो वहीं अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि अब यूपी में बदलाव की लहर है.
मंगलवार को यूपी में योगी सरकार की कैबिनेट से मौर्या के इस्तीफे के बाद अटकलें हैं कि वह समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो सकते हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मौर्या और उनके समर्थकों का अपनी पार्टी में स्वागत तक कर दिया है हालांकि अभी तक काबीना मंत्री ने खुद कोई पुष्टि नहीं की है. सूत्रों ने यह भी दावा किया कि इस्तीफे के बाद मौर्या से गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने फोन पर बात की है.
उधर, महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के सहयोगी दल नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने बड़ा दावा किया है. पवार ने मौर्या के इस्तीफे पर कहा है कि अभी कई विधायक सपा में शामिल हो सकते हैं. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार पवार ने कहा- '13 विधायक समाजवादी में शामिल होंगे.'
UP की जनता बदलाव चाहती है- पवार
हालांकि पवार ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह विधायक कौन सी पार्टी के होंगे. पवार ने यह भी कहा ' उत्तर प्रदेश की जनता अब बदलाव चाहती है. हम प्रदेश में बदलाव देख पा रहे हैं. पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि चुनावों के पहले यूपी में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किया जा रहा है. यूपी की जनता इसका करारा जवाब देगी.' मुंबई में पत्रकारों से वार्ता के दौरान पवार ने गोवा में विधानसभा चुनावों पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा- 'हम गोवा विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के साथ बातचीत कर रहे हैं.'
बता दे मंगलवार को मौर्या ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए काबीना मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे इस्तीफे में मौर्या ने कहा- 'दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.'