Maharashtra NCP Political Crisis: उपमुख्यमंत्री अजित पवार के शपथ ग्रहण का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने पर एनसीपी शहर अध्यक्ष अजित गव्हाणे और चार कार्यकारी अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया गया है. शरद पवार गुट के महासचिव रवींद्र पवार ने चेतावनी दी है कि एनसीपी पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न का इस्तेमाल न करें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इन नेताओं को किया गया बर्खास्त
NCP में पड़ी फूट के बाद पार्टी दो गुटों में बंट है. एक अजित पवार का गुट है और दूसरा गुट शरद पवार का बन गया है. एनसीपी नेता अजित पवार नौ विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए हैं. पिंपरी-चिंचवाड़ शहर कार्यकारिणी ने अजित पवार के साथ रहने का फैसला किया. इसके बाद शरद पवार गुट ने नौ लोगों की एक कार्यकारी समिति नियुक्त की. अब अजित पवार के साथ गए पदाधिकारियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है.
शरद पवार ने बागियों पर लिया एक्शन
अजित पवार के बगावत के बाद पार्टी के कुछ विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार का दामन थाम लिया है और मंत्री पद की शपथ भी ले ली है. पार्टी ने इन विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई शुरू कर दी है. अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर उनका समर्थन किया है. यह कार्रवाई पार्टी और विरोधी पार्टी के लक्ष्यों और नीतियों के साथ असंगत है. इसलिए शहर अध्यक्ष अजित गव्हाणे, कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत शितोले, राहुल भोसले, जगदीश शेट्टी और फजल शेख को तत्काल पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया गया है.
बता दें, कुछ हफ्ते पहले अजित पवार ने महाराष्ट्र की राजनीति में एनसीपी में बगावत करके भूचाल ला दिया था. इसके बाद अजित गुट के साथ कई विधायकों ने NDA में शामिल हुए थे और मंत्री पद की शपथ ली थी.
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