Maharashtra News: एनसीपी-एसपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना पर महायुति नेताओं की तस्वीर लगाए जाने पर आपत्ति जताई है. शरद पवार ने कहा कि वह भी महाराष्ट्र में 24 साल तक सरकार में रहे हैं और उनका 55 वर्ष का सार्वजनिक जीवन रहा है. शरद पवार ने कहा कि ''मेरी समझ है कि  जब भी सरकार कोई योजना राज्य में लॉन्च करती है तो इसका पैसा सरकारी खजाने से आता है ना कि अपने संसाधन से देती है.''


आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार ने कहा कि यही वजह है कि हमने कभी भी फोटो नहीं डाला. हमने यह दिखाने की कोशिश नहीं की कि हमने इस योजना को फंड दिया है. हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि जनता एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की तस्वीर को देखकर क्या सोचती है, इसका फैसला वह स्वयं करेगी. उन्होंने कहा कि आज के समय में जनता हमारा समर्थन कर रही है. इसलिए हम जनता के एजेंडा को आगे ले जा रहे हैं.


MVA में सीट साझेदारी पर अगले सप्ताह होगा फैसला
शरद पवार ने महाविकास अघाड़ी में सीट साझेदारी को लेकर चल रहे कथित तनाव को लेकर कहा कि यह बहुत सरल तरीके से और संरचनात्मक तरीके से हो रहा है. किसी भी पार्टी और कार्यकर्ता को सोचने का अधिकार है कि वे राज्य में बड़ी पार्टी बन सकते हैं और सीएम पद का दावा कर सकते हैं. हमने सभी विषयों पर चर्चा के लिए एक कमिटी का गठन किया है. शरद पवार ने कहा कि सीट साझेदारी पर अगले सोमवार-मंगलवार तक फैसला हो जाएगा. 


चुनाव के बाद करेंगे सीएम पर फैसला- शरद पवार
वहीं, सीएम पद को लेकर कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी में जो जुबानी जंग चल रही है उस पर शरद पवार ने कहा कि 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी थी. किसी ने नहीं सोचा था कि मोरारजी देसाई पीएम बन सकते हैं. उन्होंने कहा, ''आज हम जनता को यह भरोसा देना चाहते हैं कि हम उन्हें विकल्प दे सकते हैं जो उनके कल्याण के लिए काम कर सकती है. चुनाव के बाद सीएम के पद पर फैसला लिया जा सकता है.''


ये भी पढ़ें- मनोज जरांगे के अनशन के बीच शिंदे सरकार का बड़ा ऐलान, कुनबी जाति पर लिया ये फैसला