Mahrashtra Politics: शरद पवार गुट को एक और झटका लगा है. पार्टी में फूट के बाद शरद पवार के कार्यक्रम में शामिल हुए एनसीपी विधायक अजित पवार खेमे में शामिल हो गए. महाराष्ट्र की वाई विधानसभा के विधाकयक मरकंद पाटिल अजित पवार के गुट में शामिल हो गए हैं. सोमवार (10 जुलाई) को पाटिल अजित पवार खेमे में शामिल हो गए. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाटिल ने कहा कि वो उनके विधानसभा क्षेत्र के दो चीनी फैक्ट्री आर्थिक संकट से जूझ रही है और इसी को बचाने के लिए उन्होंने अजित पवार का खेमा ज्वाइन किया है. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि वाई में पर्यटन से जुड़े मुद्दे हल होंगे और विकास के कार्य होंगे.
बता दें कि अजित पवार की बगावत के एक दिन बाद शरद पवार कराट शहर के दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान शरद पवार के कार्यक्रम में मरकंद पाटिल शामिल हुए थे. विधायक ने दावा किया कि उनका नाम पिछले रविवार (2 जुलाई) को शपथ लेने वाले अजित पवार समेत राकांपा के नौ मंत्रियों की सूची में था. लेकिन उन्होंने अजित पवार से कहा था कि वो अपने समर्थकों से बात करेंगे और इसके बाद ही कोई फैसला लेंगे.
शनिवार को सतारा जिले से पाटिल के कई कार्यकर्ता और समर्थक अजित पवार से मिले थे. वीडियो मीटिंग में वाई क्षेत्र से एनसीपी के एक पदाधिकारी ने मरकंद पाटिल के लिए कैबिनेट में जगह मांगी थी. विधायक ने कहा कि फैसला लेना बहुत मुश्किल था क्योंकि शरद पवार और अजित पवार दोनों उनके प्रिय हैं. विधायक ने कहा कि ये एक कठिन फैसला था.
मरकंद पाटिल ने कहा, "हाल ही में, मैंने दो चीनी मिलों का अधिग्रहण किया जो वित्तीय संकट में थीं. बस लोगों के कहने पर मैंने इन फैक्टरियों के लिए चुनाव लड़ा।" उन्होंने कहा कि पिछले साल जब वे सत्ता में नहीं थे तो उन्हें कारखानों के प्रबंधन में अलग-अलग कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. विधायक ने दावा किया कि उन्होंने ये फैसला (अजित पवार गुट में शामिल होने का) एनसीपी कार्यकर्ताओं के आग्रह पर लिया, जिन्होंने वाई में चीनी मिलों और विकास से संबंधित मुद्दों को उठाया था.