Rohit Pawar Factory: ईडी ने एनसीपी विधायक रोहित पवार की फैक्ट्री जब्त कर ली है. इसके बाद रोहित पवार ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार और बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. रोहित पवार ने कहा, "पार्टी चुराने के बाद मेरे खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई. मैंने उनके (ईडी) साथ सहयोग किया है. हमने उन्हें 22 फरवरी को सारी जानकारी दे दी थी."
क्या बोले शरद गुट के विधायक?
रोहित पवार ने कहा, विधानसभा में भी कई लोगों ने मुझसे कहा कि आपको चुप रहना चाहिए. हालांकि, हम इस मामले से डरने वाले नहीं हैं. दोषी करार दिए गए लोगों में 70 फीसदी बीजेपी, शिवसेना अजित दादा के हैं. अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन अब, मेरे पास एक मामला है और मैं लडूंगा और जीतूंगा. ABP माझा के मुताबिक रोहित पवार ने आरोप लगाया है कि अगले 2-3 महीने में मुझे जेल में डाल दिया जाएगा. मेरे खिलाफ नोटिस जारी किया गया क्योंकि मैंने संघर्ष यात्रा निकाली थी. क्या चुनाव से पहले मुझे चुप रहने का नोटिस दिया जा रहा है? रोहित पवार ने यह भी पूछा है कि वे मुझे मुसीबत में डालने की कोशिश कर रहे हैं.
आगे बोलते हुए रोहित पवार ने कहा, मुझे अभी तक फैक्ट्री को जब्त करने का नोटिस नहीं मिला है. मेरे खिलाफ राजनीतिक द्वेष से कार्रवाई की गयी है. ईडी की ओर से प्रतीकात्मक जब्ती का आदेश दिया गया था. जब्ती का नोटिस हम तक नहीं पहुंचा. ये जानकारी हमें उनके ट्वीट को देखने के बाद पता चली. रोहित पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि जब्ती पूरी तरह से नहीं बल्कि प्रतीकात्मक जब्ती है.
अप्पासाहेब यानी मेरे दादाजी ने यह कंपनी बनाई थी. कार्यकर्ता कहना चाहते हैं कि घबराने की जरूरत नहीं है. यहां 8000 कर्मचारी और श्रमिक काम करते हैं. अगर राजनीतिक तौर पर देखें तो आप लाखों लोगों के परिवार के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. रोहित पवार ने यह भी दावा किया कि बारामती एग्रो को 8 मार्च को एक प्रेस नोट के माध्यम से नोटिस मिला. मूल रूप से, यह प्रेस नोट गलत है.
ये भी पढ़ें: Nagpur Crime: पूर्व गर्लफ्रेंड को बुलाकर किया रेप, फिर पिता को भेजा वीडियो, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार