Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधान परिषद के नवनिर्वाचित विधायक और महायुति के सहयोगी सदाभाऊ खोत ने महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र की राजनीति के कर्ण हैं और देवेंद्र फडणवीस अर्जुन हैं.
सदाभाऊ खोत ने दावा किया है कि शरद पवार शकुनि मामा हैं. वह रविवार को सांगली में लाड़ली बहन योजना को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी नेता सम्राट महादिक की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस मौके पर सदाभाऊ खोत की ओर से की गई राजनीतिक टिप्पणी काफी चर्चा में है.
सदाभाऊ खोत ने आरोप लगाया कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने मराठा समुदाय को देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिए गए पहले आरक्षण को बर्बाद कर दिया. एकनाथ शिंदे ने विद्रोह कर दिया और देवेन्द्र फडणवीस के साथ मिलकर MVA सरकार को उखाड़ फेंका और महायुति सरकार को पुनः स्थापित कर दिया. राज्य को कैसे चलाना है इसकी दूरदर्शिता देवेन्द्र फडणवीस के पास है.
हालांकि, देवेन्द्र फडणवीस हर किसी से घिरे हुए हैं. क्योंकि शरद पवार को एहसास हो गया है कि केवल फडणवीस ही हमें टक्कर दे सकते हैं. सदाभाऊ खोत ने दावा किया कि इसके चलते राज्य में अब तक अलग-अलग आंदोलन खड़े हो चुके हैं.
मराठा समुदाय से अब तक कई मुख्यमंत्री बने हैं. लेकिन इनमें से किसी भी मुख्यमंत्री ने मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं दिया. लेकिन साल 2019 में मराठा समुदाय को पहला आरक्षण देवेंद्र फडणवीस ने दिलाया. लेकिन मराठा समुदाय को दिया गया आरक्षण शरद पवार, उद्धव ठाकरे ने खर्च कर दिया. हालांकि, आलोचना इन दोनों की नहीं, आलोचना देवेन्द्र फडणवीस की हुई. इसलिए सदाभाऊ खोत ने ये भी कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति के शकुनि मामा हैं.
रयत क्रांति संगठन के प्रमुख सदाभाऊ खोत को हाल ही में बीजेपी के समर्थन से विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुना गया है. सदाभाऊ खोत राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल हो चुके हैं और अब जगह-जगह बैठकों में राज्य सरकार का पक्ष रख रहे हैं. साथ ही वे आगामी विधानसभा चुनाव के मौके पर विपक्ष पर भी निशाना साध रहे हैं.
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