Maharashtra News: 'ED डरा नहीं सकती', रोहित पवार की कंपनी पर छापे के बाद शरद गुट ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप
Rohit Pawar ED Raid: ईडी ने रोहित के स्वामित्व वाली कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की है. इसके बाद एनसीपी (शरद गुट) की तरफ से बड़ा बयान आमने आया है.
ED Raid in Maharashtra: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) ने शुक्रवार को कहा कि विधायक रोहित पवार की हाल में संपन्न ‘युवा संघर्ष यात्रा’ ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को ‘असहज’ और ‘असुरक्षित’ कर दिया है. पार्टी की यह टिप्पणी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा रोहित के स्वामित्व वाली कंपनी के परिसरों पर की गई छापेमारी की कार्रवाई के बाद आई है.
शरद पवार के पोते की कंपनी पर छापा
आधिकारिक सूत्रों ने नयी दिल्ली में बताया कि ईडी ने कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के तहत एनसीपी संस्थापक शरद पवार के पोते रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और संबंधित संस्थाओं के परिसरों की तलाशी ली. ईडी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एनसीपी (शरद पवार समूह) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने कहा कि संघीय एजेंसी की तलाशी रोहित पवार को न तो डरा पाएगी और न ही उन्हें उनके रास्ते से डिगा पाएगी. रोहित अहमदनगर जिले के कर्जत-जामखेड से पहली बार विधायक चुने गए हैं.
क्या बोले एनसीपी प्रवक्ता?
क्रास्टो ने दावा किया, ‘‘और मजबूत होकर उभरेंगे. यह स्पष्ट है कि संघर्ष यात्रा ने बीजेपी को असहज और असुरक्षित कर दिया है.’’एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि न्याय प्रणाली शीर्ष है और सच्चाई सभी के सामने आएगी. रोहित इस समय छुट्टियां मनाने परिवार के साथ विदेश गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किये गए एक पोस्ट में ‘अन्याय’ के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया है. पिछले साल के उत्तरार्ध में 38 वर्षीय रोहित पवार ने महाराष्ट्र के युवाओं का मुद्दा उठाने के लिए पुणे से नागपुर तक पदयात्रा की थी. राज्य के सामाजिक और राजनीतिक सुधारकों की तस्वीर साझा करते हुए रोहित पवार ने ‘एक्स’ पर किये गए अपने पोस्ट में कहा इन दिग्गजों ने महाराष्ट्र के लोगों को अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अन्याय से लड़ने और महाराष्ट्र धर्म की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए.’’ एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि रोहित पवार को शरद पवार के प्रति निष्ठावान रहने का अंजाम भुगतना पड़ रहा है. शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने पिछले साल जुलाई में पार्टी तोड़ दी थी और आठ अन्य विधायकों के साथ राज्य की शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए थे. अजित पवार इस समय महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री हैं. पूर्व मंत्री आव्हाड ने कहा, ‘‘यह दुखद है कि हमारे अपने लोग अब दूसरी (सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा) ओर हैं. मुझे भरोसा है कि रोहित ऐसे दबाव के आगे नहीं झुकेंगे.’’ बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने बारामती एग्रो द्वारा सहकारी चीनी मिल के अधिग्रहण की जांच तेजी से कराने की मांग की.
पूर्व बीजेपी सांसद सोमैया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमने कन्नड सहकारी चीनी मिल को महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक की नीलामी में हेरफेर कर रोहित पवार की कंपनी बारामती एग्रो द्वारा मामूली 50 करोड़ रुपये में खरीदने की जांच में तेजी लाने का ईडी से अनुरोध से किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक बार फिर सभी जांच एजेंसियों से रोहित पवार और बारामती एग्रो के खिलाफ जांच में तेजी लाने का अनुरोध करता हूं.’’ सोमैया ने दावा किया कि कन्नड चीनी सहकारी मिल की कीमत सैकड़ों करोड़ रुपये थी, लेकिन इसे बारामती एग्रो ने सिर्फ 50 करोड़ रुपये में अधिग्रहित कर लिया. रोहित की कंपनी के खिलाफ ईडी की जांच महाराष्ट्र स्थित घाटे की सहकारी चीनी फैक्टरी (सीएसएफ) की खरीद के लिए बोली लगाने वाली कंपनी का धन और अग्रिम राशि ‘दूसरे मदों में खर्च’ के आरोपों से संबंधित है.
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध (ईओडब्ल्यू) शाखा ने अगस्त, 2019 में प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसपर धन शोधन का यह मामला आधारित है. बंबई उच्च न्यायालय ने 22 अगस्त 2019 को महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में कथित तौर पर धोखाधड़ी से चीनी मिलों को बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था और कहा था कि इन्हें औने-पौने दाम पर बेचा गया, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.