Sharad Pawar NCP National Status: यह बात सामने आई है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 'राष्ट्रीय दर्जे' पर चुनाव आयोग द्वारा पुनर्विचार किया जा रहा है. आयोग के समक्ष पार्टी की ओर से एक याचिका भी पेश की गई. सूत्रों ने जानकारी दी है कि सुनवाई के दौरान प्रफुल्ल पटेल समेत पार्टी के वकील मौजूद थे. यह बात सामने आई है कि चुनाव आयोग फिलहाल इस बात की जांच कर रहा है कि एनसीपी का दर्जा राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर बरकरार रखा जाए या नहीं. आयोग के कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी अपनी बात रखने के लिए बुलाया गया है. इसके मुताबिक राष्ट्रीय नेता प्रफुल्ल पटेल खुद आयोग के दफ्तर से आए हैं.


शुरू की गई है समीक्षा
एबीपी मांझा को मिले सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय दर्जा बरकरार रखने के लिए समीक्षा शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि इस फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ मायावती की बसपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस को भी चुनाव आयोग ने चुनाव आयोग की ओर से 2019 में नोटिस जारी किया था. उस साल लोकसभा चुनाव में संबंधित पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए यह सवाल उठाया गया था कि क्यों न राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया जाए.


एनसीपी के प्रवक्ता ने किया खंडन
इस पूरे मामले में एनसीपी के प्रवक्ता महेश चेचे ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छीनने की खबरों का खंडन किया है. साथ ही प्रफुल्ल पटेल के नेतृत्व में एनसीपी के प्रतिनिधिमंडल और चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सकारात्मक चर्चा की है और विश्वास जताया है कि राष्ट्रीय पार्टी के रूप में पार्टी का दर्जा बरकरार रहेगा. वर्तमान में, एनसीपी सदस्य महाराष्ट्र के साथ नागालैंड, केरल और झारखंड राज्यों में हैं. साथ ही एनसीपी पार्टी का कहना है कि हमें कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि हम चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा कर रहे हैं. लेकिन अब सबकी निगाह इस बात पर है कि चुनाव आयोग क्या फैसला ले रहा है.


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