Maharashtra Politics: 'पार्टी को काफी नुकसान हुआ...', शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग से कर दी ये मांग
Sharad Pawar News: एनसीपी (एसपी) ने तर्क दिया कि निर्दलीय उम्मीदवारों को तुरही या तुतारी जैसे मिलते जुलते सिंबल आवंटित करने से पार्टी को काफी नुकसान हुआ और ये लेवल प्लेइंग फील्ड सिद्धांत के खिलाफ है.
Maharashtra Assembly Polls: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गहमागहमी तेज हो गई है. शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) ने चुनाव आयोग से कुछ सिंबल (Symbols) को वापस लेने या बाहर करने का आग्रह किया है. शरद पवार की पार्टी का दावा है कि कुछ सिंबल भ्रामक रूप से उसे आधिकारिक तौर पर आवंटित 'तुरहा' सिंबल के समान हैं.
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने तर्क दिया कि निर्दलीय उम्मीदवारों को तुरही या तुतारी जैसे मिलते जुलते सिंबल को आवंटित करने से पार्टी को काफी नुकसान हुआ है और यह सभी को समान अवसर देने के सिद्धांत के खिलाफ है.
'समान सिंबल ने मतदाताओं को भ्रमित किया'
शरद पवार गुट की पार्टी ने इस बात का खंडन किया कि 'तुरही' सिंबल को निर्दलीय उम्मीदवारों को आवंटित करना उचित था. पार्टी का कहना है कि लोकसभा चुनावों में समान प्रतीकों ने मतदाताओं को भ्रमित कर दिया था, जिससे कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के चुनावी प्रदर्शन पर असर पड़ा. चुनाव आयोग ने पार्टी के अंदर विभाजन के बाद लोकसभा चुनाव से पहले एनसीपी (एसपी) को 'तुरहा बजाते हुए व्यक्ति' चुनाव सिंबल के तौर पर सौंपा था.
शरद पवार की पार्टी ने EC से क्या मांग की?
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी याचिका में एनसीपी (SP) ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह महाराष्ट्र में अक्टूबर में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए फ्री सिंबल की सूची से तुरही या तुतारी प्रतीक को तुरंत वापस ले या बाहर कर दे. पार्टी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और अखंडता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया.
शरद पवार गुट ने आंकड़ों का दिया हवाला
महाराष्ट्र में 9 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आंकड़ों का हवाला देते हुए, एनसीपी (एसपी) ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे भ्रामक सिंबल के कारण अपेक्षाकृत अज्ञात उम्मीदवार जीत गए. पार्टी ने उदाहरण के तौर पर बताया कि निर्दलीय उम्मीदवार संजय गाडे, जिन्होंने सतारा सीट से ट्रंपेट चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा और 37,062 वोट हासिल किए, जिससे एनसीपी (एसपी) के उम्मीदवार शशिकांत शिंदे 32,771 वोटों के मामूली अंतर से हार गए. शिंदे को 5,38,363 वोट मिले. विजयी उम्मीदवार बीजेपी के उदयनराजे भोसले को 5,71,134 वोट मिले.
बता दें कि हाल के लोकसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की है. एमवीए के घटक दल के रूप में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने दस सीटों में से 8 पर जीत हासिल की है. महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं.
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