Lok Sabha Elections Result 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद केंद्र में एनडीए की नई सरकार का गठन हो गया है लेकिन पार्टियों की जीत हार को लेकर चर्चा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक के दौरान कहा कि आपकी पार्टी को लोकसभा चुनाव में अधिक सीटें जीतनी चाहिए थीं.
शरद पवार ने शुक्रवार (21 जून) की बैठक में एनसीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा, ''लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे में हमें ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए थीं. लेकिन मैं दो कदम पीछे हट गया ताकि महाविकास अघाड़ी एकजुट रहे. लोकसभा चुनाव में हमें सफलता इसलिए मिली क्योंकि हम एकजुट रहे.''
एबीपी माझा के मुताबिक उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा, ''विधानसभा चुनाव के लिए कल से काम शुरू करें. इस बात के लिए तैयार रहें कि आपको राज्य संभालना है. जितना संभव हो सके लोगों से इसके लिए काम कराएं. राज्य के लोगों का दिल्ली से ज्यादा जुड़ाव नहीं है. प्रदेश में और भी सवाल हैं''.
बहरहाल शरद पवार के बयान से सियासी गलियारों में चर्चा शुरु हो गई है कि महाविकास अघाड़ी (MVA) में सीटों के बंटवारे के दौरान क्या होगा? लोकसभा चुनाव में शरद पवार के गुट ने सिर्फ 10 सीटों पर चुनाव लड़ा. उद्धव ठाकरे गुट ने 21 सीटों पर और कांग्रेस पार्टी ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा. हालांकि, जब लोकसभा के नतीजे घोषित हुए, तो शरद पवार समूह ने 10 में से 8 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 17 में से 13 सीटें जीतीं और ठाकरे गुट ने 21 में से केवल 9 सीटें जीतीं.
लोकसभा चुनाव में शरद पवार गुट की एनसीपी (SP) का स्ट्राइक रेट 80 फीसदी था. इसलिए, यह अनुमान लगाया जा रहा था कि शरद पवार गुट विधानसभा चुनाव में अधिक सीटों की मांग करेगा. शरद पवार के ताजा बयान ने इस भविष्यवाणी को और मजबूत कर दिया है. उधर, शरद पवार गुट के नेता प्रशांत जगताप ने कहा कि इस बयान से कार्यकर्ताओं में जोश पैदा हो गया है.
शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी (SP) की ओर से पुणे के निसर्ग मंगल ऑफिस में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, रोहित पवार, बालासाहेब पाटिल समेत पार्टी के 8 सांसद मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें:
पंकजा मुंडे को राज्यसभा भेजेगी BJP? इन वजहों से खूब हो रही चर्चा