Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार का गठन तो गया है लेकिन विपक्षी पार्टियां सत्ता पक्ष पर लगातार हमलावर है. एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने दावा करते हुए कहा है कि महायुति गठबंधन को भारी जीत मिलने के बाद भी राज्य की जनता में कोई उत्साह नहीं है. कोल्हापुर में शनिवार (7 दिसंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने सत्ता पक्ष को घेरा.
NCP (SP) प्रमुख शरद पवार ने कहा, ''महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 23 नवंबर को आए नतीजों में BJP के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन को मिली भारी जीत के बाद राज्य की जनता में कोई उत्साह या खुशी नहीं दिखाई दे रही.'' उन्होंने ये भी कहा, ''विपक्ष को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसे इस हार के बाद जनता के बीच जाना चाहिए.''
सरकार सभी चुनाव पूर्व वादों पर अमल करे- शरद पवार
उन्होंने आगे कहा, ''विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि सरकार अपने सभी चुनाव पूर्व वादों पर अमल करे, जिनमें ‘लाडकी बहिन’योजना के तहत महिलाओं को हर माह वित्तीय सहायता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करना शामिल है.'' शरद पवार की पार्टी एनसीपी को हाल में हुए चुनाव में 288 सदस्यीय विधानसभा में केवल 10 सीट पर जीत मिली है.
अबू आजमी के MVA छोड़ने के सवाल पर क्या बोले पवार?
पवार ने सपा नेता अबू आजमी के एमवीए छोड़ने की घोषणा को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, ''समाजवादी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व विपक्षी एकता पर अडिग है.'' सपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष आजमी ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (UBT) के चलते MVA से अलग हो रही है क्योंकि ठाकरे के करीबी ने दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद को ढहाने वालों की तारीफ की है.
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के सवाल पर शरद पवार ने कहा कि महाविकास अघाड़ी के घटक दल इस बात पर जोर नहीं दे सकते कि उन्हें यह पद मिले, क्योंकि उनके पास जरूरी संख्याबल नहीं है. बता दें कि महायुति को 288 में से 230 सीटों पर जीत मिली है जबकि एमवीए गठबंधन ने महज 46 सीटों पर जीत दर्ज की.
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