(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
शरद पवार का बड़ा बयान, 'अयोध्या के लोगों ने BJP उम्मीदवार को हराकर दिखा दिया कि मंदिर...'
Lok Sabha Chunav Result: एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि विपक्ष को अनुमान था कि राम मंदिर चुनावी एजेंडा होगा और सत्तारूढ़ दल को वोट मिलेंगे, लेकिन हमारे देश के लोग काफी समझदार हैं.
Lok Sabha Chunav Result 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन गई है. लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चुनाव में पार्टियों के प्रदर्शन और हार जीत को लेकर अभी भी सियासी बहस जारी है. इस बीच एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार ने मंगलवार (11 जून) को कहा कि यूपी में अयोध्या के लोगों ने हाल के लोकसभा चुनावों में बीजेपी उम्मीदवार को हराकर दिखाया है कि मंदिर की राजनीति नहीं चलेगी.
बारामती में बैठक के दौरान शरद पवार ने इस बात पर जोर डाला कि बीजेपी ने पांच साल पहले 300 से अधिक सीटें हासिल की थीं, इस बार उनकी संख्या घटकर 240 रह गई, जो बहुमत से काफी कम है. परिणाम से पता चलता है कि उनकी 60 सीटें कम हो गईं.''
शरद पवार का बीजेपी पर हमला
एनसीपी (एसपी) प्रमुख ने आगे कहा, ''लोकसभा चुनाव में यूपी एक अहम राज्य है क्योंकि वहां के लोगों ने अलग तरह का फैसला दिया है. उन्हें अनुमान था कि राम मंदिर चुनावी एजेंडा होगा और सत्तारूढ़ दल को वोट मिलेंगे, लेकिन हमारे देश के लोग काफी समझदार हैं. जब उन्हें एहसास हुआ कि मंदिर के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं, तो उन्होंने अलग रुख अपनाने का फैसला किया और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा."
फैजाबाद में बीजेपी की हार पर क्या बोले शरद पवार?
उन्होंने कहा, ''यूपी का फैजाबाद संसदीय क्षेत्र, जहां मंदिरों का शहर अयोध्या स्थित है, में एक बड़े उलटफेर में, समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने हाल के चुनावों में मौजूदा बीजेपी सांसद लल्लू सिंह को 54,567 वोटों के अंतर से हराया. विपक्ष इस बात से आशंकित था कि मंदिर को चुनावी एजेंडे के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन लोगों ने अलग रुख अपनाया. चूंकि हम वोट मांगने के लिए मंदिर को चुनावी एजेंडे के रूप में इस्तेमाल किए जाने से डरे हुए थे, इसलिए अयोध्या के लोगों ने दिखाया कि 'राजनीति' को कैसे ठीक किया जाए.''
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''भारत में लोकतंत्र राजनीति के कारण नहीं बल्कि लोगों की सामूहिक चेतना के कारण बरकरार है. पिछले 10 वर्षों से, जो लोग सत्ता में हैं और अतिवादी रुख अपनाया, लेकिन लोगों ने उन्हें वापस जमीन पर ला दिया है. नरेंद्र मोदी ने सरकार बनाई, लेकिन अपने दम पर नहीं, बल्कि चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) और नीतीश कुमार (जेडीयू) की मदद से बनाई. जब सरकार दूसरों की मदद से चलती है, तो कोई भी इसे नजरअंदाज नहीं कर सकता है. 'एडजस्टमेंट' और उस तरह की स्थिति देश में बनी हुई है.''
बता दें कि महाराष्ट्र में शरद पवार गुट की एनसीपी ने जिन 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 8 पर जीत हासिल की और राज्य में सबसे अधिक स्ट्राइक रेट दर्ज किया. एमवीए को 30 सीटों पर जीत मिली, जबकि महायुति 17 सीटों पर सिमट गई.
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