Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं. राज्य में सियासी दांव पेंच के साथ ही जनसंपर्क अभियान तेजी से जारी है. इस बीच एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक अगले दो महीनों में महाराष्ट्र में सरकार नहीं बदल जाती.


महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. हालांकि निर्वाचन आयोग की ओर से अभी 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा नहीं की गई है. चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे करती नजर आ रही है. महाराष्ट्र में विपक्षी दल लगातार महायुति सरकार पर हमलावर है.


गेटवे ऑफ इंडिया पर किया था प्रदर्शन


एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार रविवार (1 सितंबर) को छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने के खिलाफ MVA नेताओं के प्रदर्शन में भी शामिल हुए महाविकास आघाडी के नेताओं ने सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना को लेकर दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ तक मार्च निकाला.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार ने विरोध मार्च के तहत कुछ दूरी तक पैदल यात्रा की. उन्होंने विरोध मार्च के दौरान कहा, ''सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का गिरना भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है. यह सभी शिवाजी प्रेमियों का अपमान है.''


सुरक्षा लेने से किया था इनकार


इससे पहले 30 अगस्त को पवार उस समय चर्चा में रहे, जब उन्होंने जेड-प्लस सिक्योरिटी दिए जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की ओर से सुझाए गए कुछ उपायों को मानने से इनकार कर दिया. केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई सुरक्षा समीक्षा के बाद पवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की जेड-प्लस सुरक्षा दी गई थी.


हालांकि, माना जा रहा है कि पवार ने यह कहा है कि उन्हें यह नहीं बताया गया कि उनकी सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही है? पता चला है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में अपने घर के अंदर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने, राजधानी में आने-जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली गाड़ी को बदलने और उनके वाहन के अंदर दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने के प्रस्तावों को ठकुरा दिया.


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