Maharashtra: '...जिम्मेदारी नहीं लेना गलत', 2000 के नोट वापस लेने पर शरद पवार ने की मोदी सरकार की आलोचना
Sharad Pawar on 2000 Rupee Currency: दो हजार के नोट चलन से वापस लेने पर शरद पवार ने मोदी सरकार की आलोचना की है. पवार ने कहा, 'कोई फैसला लेना और फिर उसकी जिम्मेदारी नहीं लेना गलत है.
2000 Rupee Note: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार (19 मई) को 2000 रुपए के नोट को चलन से वापस लेने का फैसला किया. इस फैसले के बाद विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं. शरद पवार ने कहा, 'कोई फैसला लेना और फिर उसकी जिम्मेदारी नहीं लेना गलत है. गौरतलब है कि, आरबीआई के फैसले के बाद से तमाम विपक्ष ने बीजेपी, पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है.
शरद पवार ने साधा निशाना
शरद पवार ने कहा, नोटबंदी के दौरान कई बैंक संकट में आ गए. दावा किया जा रहा था कि नोटबंदी चमत्कार करेगी और अब एक और चमत्कार किया गया है. इस फैसले के परिणाम कुछ दिनों में दिखाई देंगे."
MVA गठबंधन पर बोले पवार
लोकसभा और विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर तीनों पार्टियों की ओर से दावे-प्रतिदावे किए जा रहे हैं. इस पर शरद पवार ने भी टिप्पणी की है. “महाविकास अघाड़ी में सीट आवंटन के संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है. आगामी चुनाव साथ मिलकर लड़ने का निर्णय लिया गया है. तीनों दलों के दो-दो सदस्य सीट बंटवारे पर चर्चा करेंगे.
शरद पवार ने समझाते हुए कहा, "उद्धव ठाकरे, मैं और मल्लिकार्जुन खड़गे इस पर चर्चा करेंगे कि क्या इसमें कोई कठिनाई है. महाविकास अगाड़ी में कोई मतभेद नहीं है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि गठबंधन में नंबर वन पार्टी कौन है और नंबर टू पार्टी कौन है. इसलिए सभी दल महत्वपूर्ण हैं." अब MVA में सीट बंटवारे को लेकर कौन खुश होता है और किसकी नाराजगी सामने आती है ये तो आने वाले वक्त में जल्द ही पता चल जायेगा जब इसके लिए MVA के सभी नेता एकसाथ बैठकर चर्चा करेंगे.
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