Maharashtra: 'पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई दर्दनाक', शरद पवार ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
Sharad Pawar: दिल्ली में पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को शरद पवार ने दर्दनाक बताया है. पवार बोले, क्रूरता की इस हरकत से हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकाचार को शर्मसार होना पड़ा है.
Sharad Pawar on Wrestlers Protest: एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रीय राजधानी में पहलवानों का विरोध करने के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को दर्दनाक बताया. उनकी बेटी और बारामती लोकसभा सांसद ने भी इस घटना की निंदा की, जबकि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अभिनेता शाहरुख खान और अक्षय कुमार पर निशाना साधा.
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने सुनियोजित महिला 'महापंचायत' के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करते समय सुरक्षा घेरा तोड़ने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए पहलवान विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को हिरासत में लिया. पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया था, जिसमें एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई थी.
शरद पवार ने कही ये बात
शरद पवार ने ट्वीट किया, यह देखना दर्दनाक है कि दिल्ली पुलिस ने लोकतांत्रिक तरीकों से न्याय की मांग कर रही हमारी प्रमुख महिला पहलवानों के साथ किस तरह मारपीट की और उन्हें हिरासत में लिया. मैं हमारे एथलीटों के प्रति दिल्ली पुलिस के लापरवाह व्यवहार की कड़ी निंदा करता हूं, जो हमारे देश का गौरव हैं. क्रूरता की इस हरकत से आज हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकाचार को शर्मसार होना पड़ा है.
सुप्रिया सुले का निशाना
सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया, "क्या केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनके साथ मारपीट करने की अनुमति दी थी? केंद्र सरकार को स्पष्ट जवाब देना चाहिए." सुले ने कहा, "यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन खिलाड़ियों ने खेलों के माध्यम से हमारे देश का सम्मान किया है, वे न्याय के लिए इस तरह की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हैं.
स्मृति ईरानी पर निशाना
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री पर निशाना साधते हुए क्रास्टो ने कहा, "स्मृति ईरानी, ये हमारी महिला पहलवान हैं और देखिए इनके साथ कैसा दुर्व्यवहार किया जा रहा है. आप भारत की महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं, क्या इनकी रक्षा करना आपका कर्तव्य नहीं है." और उनकी समस्याओं को हल करें. हम आपको केवल राहुल गांधी से संबंधित मुद्दों पर बोलते हुए क्यों सुनते और देखते हैं."
उन्होंने कहा कि फिल्म सुपरस्टार शाहरुख खान और अक्षय कुमार ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बारे में ट्वीट किया लेकिन खेल फिल्मों में अभिनय करने के बावजूद पहलवानों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर चुप हैं. "न्याय के लिए लड़ रहे हमारे पहलवानों को ट्वीट करने और समर्थन दिखाने से उन्हें कौन रोक रहा है? वे किससे डरते हैं?"
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