Sharad Pawar on Lok Sabha Speaker: लोकसभा स्पीकर पद पर इतिहास में पहली बार चुनाव होने जा रहा है. एनडीए की तरफ से ओम बिरला उम्मीदवार हैं तो वहीं विपक्षी गठबंधन ने कांग्रेस के के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले सत्ता पक्ष की तरफ से विपक्ष से स्पीकर पद पर सहमति बनाने की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बनी. कांग्रेस का कहना है कि हम स्पीकर पद पर चुनाव नहीं चाहते थे, लेकर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिले.


शरद पवार ने क्या कहा?


इस बीच एनसीपी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैं सच बताऊं तो मैंने किसी के साथ चर्चा नहीं की है, ऐसी हमेशा की प्रैक्टिस है कि सत्तारूढ़ दल के पास स्पीकर की पोस्ट जाती है. विरोधी पार्टी के साथ डिप्टी स्पीकर का पद जाता था, लेकिन पिछले 10 साल से और मोदी सरकार राज में उनको ज्यादा सीटें मिलने के बाद उन्होंने विपक्ष डिप्टी स्पीकर पद देने का नहीं स्वीकार किया है.


डिप्टी स्पीकर पद की मांग


पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा, ''हमारे इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ बातचीत हुई, उसमें मैंने यह सुझाव दिया है कि आप सरकार में बैठे लोगों को अध्यक्ष का पद चुनाव निर्विरोध कराने दीजिए, स्पीकर का पद निर्विरोध हो, इसमें हमारी सहमति है, यह संदेश सरकार को दीजिए. साथ ही साथ मैंने यह सुझाव दिया कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए.''


नामांकन दाखिल
पिछली लोकसभा में स्पीकर रहे ओम बिरला ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया. इस दौरान पीएम मोदी मौजूद रहे. वहीं कांग्रेस सांसद कोडिकुनिल सुरेश ने मंगलवार को इस पद के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन दाखिल किया. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और डीएमके नेता टीआर बालू लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से बाहर आ गए.


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