Sharad Pawar News: राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का पीएम मोदी ने आज (बुधवार, 3 जुलाई) जवाब दिया. इस दौरान विपक्षी दलों ने सदन का वॉकआउट किया. इसके बाद एनसीपी-एससीपी के प्रमुख और राज्यसभा सांसद शरद पवार ने कहा कि वो (मल्लिकार्जुन खरगे) एक संवैधानिक पद पर हैं. चाहे वो प्रधानमंत्री हों या सदन के अध्यक्ष, उनकी जिम्मेदारी है कि वो सम्मान करें, लेकिन आज यह सब नजरअंदाज किया गया और इसलिए पूरा विपक्ष उनके साथ है और इसलिए हमने वॉकआउट किया.


दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने जब चर्चा का जवाब दे रहे थे तो पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कुछ कहने की अनुमति मांगी. आसन की ओर से यह अनुमति नहीं दिए जाने पर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उनकी नारेबाजी के बीच भी जब प्रधानमंत्री ने अपना भाषण जारी रखा तब खरगे सहित कांग्रेस और विपक्ष के अन्य सदस्यों ने सदन से बहिष्कार कर दिया.






विपक्षी के बहिष्कार के फैसले पर पीएम मोदी ने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती. जिनके हौसले नहीं हैं. उन्होंने जो सवाल उठाये उसके जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है. विपक्ष उच्च सदन को अपमानित कर रहा है.


क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे?


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने इसलिए वॉकआउट किया क्योंकि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन को संबोधित कर रहे थे और उन्होंने सदन को कुछ गलत बातें बताईं. झूठ बोलना और सच्चाई से परे बातें कहना उनकी आदत है.


उन्होंने कहा, ''मैंने उनसे पूछा कि जब वे संविधान के बारे में बोल रहे थे...आपने संविधान नहीं बनाया, आप लोग इसके खिलाफ थे. मैं सिर्फ यह स्पष्ट कर रहा था कि कौन लोग संविधान के पक्ष में और कौन लोग इसके खिलाफ थे... उन्होंने (आरएसएस) संविधान का विरोध किया है.


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