Sharad Pawar: शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर की टिप्पणी के बाद अब शरद पवार ने पलटवार किया है. पवार ने कहा कि सामना संपादकीय को हम महत्व नहीं देते. एनसीपी के भीतर क्या चलता है इसकी जानकारी संजय राउत को नहीं होती. दरअसल संजय राउत ने अपने संपादकीय में शरद पवार पर हमला बोलते हुए लिखा था कि पवार इतने साल की राजनीति करने के बाद भी पार्टी के भीतर अपना उत्तराधिकारी तैयार करने में विफल रहे हैं.
शरद पवार ने क्या कुछ कहा?
पवार ने ये भी कहा कि पार्टी के भीतर हम कई विषय पर चर्चा करते है लेकिन उसे जाकर बाहर लिखते नहीं हैं. पार्टी में लीडरशिप कैसे तैयार करना है ये हमारा काम है. पार्टी के सभी नेताओं को अपना काम पता है वो हम कर रहे हैं.
सामना में क्या कहा गया था?
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया था कि एनसीपी के प्रमुख शरद पवार एक उत्तराधिकारी बनाने में विफल रहे हैं जो उनकी पार्टी को आगे ले जा सके. शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में यह भी दावा किया गया कि पवार द्वारा पद छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा के बाद एनसीपी के नए अध्यक्ष पर फैसला करने के लिए गठित समिति में कुछ सदस्य शामिल थे जो सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ जाने के इच्छुक थे.
संपादकीय में कहा गया, "शरद पवार राजनीति में एक पुराने बरगद के पेड़ की तरह हैं जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था, एनसीपी की स्थापना की और इसका विस्तार किया. पवार वास्तव में राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और उनके शब्दों का सम्मान है. हालांकि, वह एक उत्तराधिकारी बनाने में विफल रहे हैं जो अपनी पार्टी को आगे ले जा सकते हैं.