Sharad Pawar on Shivaji Maharaj Statue Collapse: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पिछले महीने सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने का कारण ‘भ्रष्टाचार’ है. पवार कोल्हापुर जिले के कागल में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता राजे समरजीत घाटगे ने राकांपा (SP) की सदस्यता ग्रहण की. 


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके शरद पवार ने कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज ने ही समुद्र के सामरिक महत्व को रेखांकित किया था और सिंधुदुर्ग तथा अन्य समुद्री किलों का निर्माण कराया था. यह देखना चौंकाने वाला था कि कुछ महीने पहले ही बनी प्रतिमा ढह गई जिसका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन किया था."


शरद पवार ने कहा, "महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना के लिए जोरदार हवाओं को जिम्मेदार ठहराया. मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा है, जिसे राज्य के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण ने 60 साल पहले स्थापित किया था और वह प्रतिमा आज भी मजबूती से खड़ी है."


‘प्रतिमा स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार के कारण गिरी’
राकांपा (एसपी) अध्यक्ष ने दावा किया कि राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार के कारण गिरी. उन्होंने कहा, "आज सत्ता में बैठे लोग बेशर्मी से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. यहां तक कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निर्माण में भी और यह सुनिश्चित करना हमारा काम है कि वे (फिर से) राज्य की बागडोर न थाम लें. हमने ऐसा नेतृत्व देने का फैसला किया है जो साफ-सुथरा, सदाचारी और आम लोगों के हितों की रक्षा करने में सक्षम हो."


बीजेपी नेता राजे समरजीत घाटगे एनसीपी (SP) में शामिल
शरद पवार ने घाटगे और उनके सहयोगियों का राकांपा (SP) में स्वागत किया और विश्वास जताया कि कागल के लोग घाटगे को विधानसभा के लिए चुनेंगे. उन्होंने संकेत दिया कि घाटगे का मुकाबला स्थानीय विधायक और मंत्री हसन मुशरिफ से होगा जो अजित पवार के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंद्वी राकांपा के नेता हैं. पवार ने मुशरिफ का नाम लिए बगैर कहा कि पिछली बार लोगों ने उन्हें चुना लेकिन उन्होंने पाला बदल लिया. अब मतदाता उन्हें सबक सिखाएं. 


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