RSS के मुरीद हुए शरद पवार, NCP के विलय को लेकर भी पार्टी की बैठक में साफ की तस्वीर
Maharashtra Politics: शरद पवार ने आरएसएस की प्रशंसा करते हुए संघ के काम को 'अनोखा' बताया है. उन्होंने शिक्षा में RSS के प्रभाव और श्रमिकों को आजीविका देने के प्रयासों का भी जिक्र किया.
Sharad Pawar on RSS: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक का दौर लगातार जारी है. एक ओर उद्धव ठाकरे और उनके नेता मुख्यमंत्री देवेंद फडणवीस की तारीफ कर रहे हैं तो दूसरी ओर शरद पवार RSS को लेकर मीठे बोल बोल रहे हैं. दरअसल, मुंबई में शरद पवार की NCP-SP की दो दिनों की बैठक थी. इस बैठक में शरद पवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तारीफ की. उन्होंने अपने भाषण के माध्यम से संघ परिवार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सूक्ष्म समीक्षा की है.
शरद पवार का कहना है कि आरएसएस का काम करने का तरीखा अनोखा है. इसमें उल्लेख किया गया है कि अगर संघ परिवार किसी कार्यकर्ता के जीवन के महत्वपूर्ण 20 वर्ष छीन भी लेता है, तो उसे संयोग पर नहीं छोड़ा जाता, बल्कि शेष जीवन के लिए उसे सही स्थान पर समायोजित किया जाता है.
'अपने लोगों का ख्याल रखता है संघ'
शरद पवार की समीक्षा में पुणे जैसे शहर को शिक्षा का घर बताया गया है, लेकिन यह भी कहा गया है कि इस शहर के हर महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थान में आरएसएस के लोग काम कर रहे हैं. फर्गुसन कॉलेज, एस.पी. कॉलेज, मॉडर्न कॉलेज, एमईएस कॉलेज में आरएसएस कार्यकर्ता काम करते हैं.
इसमें उल्लेख किया गया है कि जो लोग कई वर्षों तक विदेश, दूसरे राज्य में संघ के लिए काम करते हैं और फिर लौट आते हैं, उन्हें ऐसी संस्थाओं में रखा जाता है और रहने की उचित सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
श्रमिकों की आजीविका सुनिश्चित
शरद पवार ने कहा कि एक ओर श्रमिकों की आजीविका सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है, दूसरी ओर शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से नए श्रमिकों का एक समूह तैयार करने की कोशिश की जा रही है. इस साल के चुनावों में संघ परिवार ने घर-घर जाकर हिंदुत्व का प्रचार किया, जबकि दूसरी ओर सरकार ने सरकारी खजाने से पैसा बांटकर वोट बटोरे.
एनसीपी के विलय पर शरद गुट का बयान
वहीं, शरद पवार की एनसीपी-एसपी, आरएसएस और इंडिया गठबंधन के विलय की बात पर शरद गुट के नेता जीतेंद्र आव्हाड का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि बैठक में यह चर्चा हुई है कि आगे बढ़ेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे. हमारी पार्टी शरद पवार की पार्टी है. हम लोग लड़ना जानते हैं. बैठक में आरएसएस की मेहनत पर चर्चा हुई है. कोई विलय नहीं होने जा रहा. हमारे सांसदों को ऑफर आ रहा है, लेकिन वे कहीं नहीं जाएंगे. आरएसएस से हमारा विरोध जारी रहेगा.
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