Maharashtra News: महाराष्ट्र के बदलापुर (Badlapur) के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे (Akshay Shinde) की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई. इस पर शरद पवार (Sharad Pawar) ने सवाल उठाया है. शरद पवार ने कहा कि बदलापुर मामले को कानून के दायरे में रहकर निपटाया जाना चाहिए था. लेकिन गृह विभाग द्वारा आरोपी का ट्रांसफर करने में दिखाई गई ढिलाई सवाल के घेरे में है.
शरद पवार ने सोमवार को ट्वीट किया, ''बदलापुर में दो बच्चियों के साथ हुए अन्याय के मामले की कानून के दायरे में रखकर जांच होनी चाहिए थी. ऐसा लगता है कि सरकार कानून का डर दिखाने में कमजोर हो गई है ताकि भविष्य में कोई ऐसे निंदनीय कृत्य के बारे में सोच भी न सके. उम्मीद है कि घटना की गहन जांच से सच्चाई सामने आएगी.''
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने घटना पर जानकारी देते हुए कहा कि ''आरोपी अक्षय शिंदे को पूछताछ के लिए तलोजा जेल से बदलापुर लाया जा रहा था तभी उसने एपीआई निलेश मोरे पर गोली चला दी. निलेश मोरे घायल हुए हैं. पुलिस ने बचाव में गोली चलाई. यही जानकारी मुझे प्राप्त हुई है.''
उधर, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''अक्षय शिंदे की पूर्व पत्नी ने उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस किया था. उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया था और उसे जांच के लिए ले जाया जा रहा था. आरोपी ने पुलिस की बंदूक छीन ली और पुलिस पर और हवा में गोलियां चलाईं. पुलिस ने बचाव में उसपर गोली चलाई. उसे अस्पताल ले जाया गया.''
बदलापुर की घटना के बाद सड़क पर उतर आया था जनसैलाब
बदलापुर के एक स्कूल में चार साल और छह साल की दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न मामले में अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस पर एफआईआर लिखने में देरी के भी आरोप लगे थे. इस घटना से बदलापुर में काफी नाराजगी थी और लोग सड़क पर उतर आए थे. प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में भी तोड़-फोड़ की थी और साथ ही रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठ गए थे. मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था.
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