Sharad Pawar Meeting with Chhagan Bhujbal: महाराष्ट्र में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है. इससे पहले ही राज्य में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है. अजित पवार गुट के दिग्गज नेता छगन भुजबल ने बीते सोमवार को एसपी के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब एक दिन पहले ही छगन भुजबल ने शरद पवार पर निशाना साधा था. अब इस मुलाकात पर शरद पवार का पहला बयान सामने आया है.


छगन भुजबल पर शरद पवार का बयान
शरद पवार ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "छगन भुजबल के हाल के दो-तीन भाषण अच्छे रहे हैं. उन्होंने मुझसे दो-तीन विषयों पर बात की. मुख्यमंत्री ने एक बैठक बुलाई थी. मैंने मनोज जरांगे पाटिल और मुख्यमंत्री का संयुक्त कार्यक्रम देखा. उनके बीच कुछ बातचीत हुई. चार-पांच मंत्री ओबीसी के आंदोलन को सुलझाने गए थे. लेकिन उन दोनों का क्या हुआ? जरांगे और ओबीसी से क्या वादा किया गया था इसका खुलासा नहीं किया गया है. तब तक बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं है."


पवार ने आगे कहा, "भुजबल ने जो कहा उसे छोड़िए. कुछ तो किया जाना चाहिए. लेकिन इसके लिए शासकों को समझदार भूमिका निभानी होगी. छगन भुजबल ने मुझे मार्गदर्शन दिया है कि शांति बनाने के लिए आपकी आवश्यकता है."


राज ठाकरे पर बोले शरद पवार
शरद पवार ने राज ठाकरे पर भी बयान दिया है. पवार ने कहा, "वे समय-समय पर ऐसे बयान देते रहते हैं. आठ दिन, पंद्रह दिन, महीने-दो महीने कभी-कभी जागते हैं. जब वे जागते हैं तो बात करते हैं. वे ऐसे लोगों के बारे में टिप्पणी करते हैं, बात करते हैं, जो कल के अखबार में खबर बने."


बता दें, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने पिछले हफ्ते ओबीसी के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में विपक्ष का कोई भी नेता शामिल नहीं हुआ था. इसके बाद छगन भुजबल ने बीते रविवार को बारामती में शरद पवार का नाम लिए बिना उन पर दो समाज के बीच दरार डालने का आरोप लगाया था.


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