Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफा देने के बाद अब इस बात के सवाल उठने लगे हैं कि पार्टी का नया चीफ कौन होगा. इस रेस में कई नेताओं के नाम चल रहे हैं. हालांकि अभी तक इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि छः मई को एनसीपी की कोर कमेटी की बैठक में इस बात पर फैसला हो जाएगा कि नया अध्यक्ष कौन होगा. हालांकि अब शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना में ये संकेत दिए हैं कि वह किस नेता को एनसीपी का नए चीफ के तौर पर देखना चाहती है. शिवसेना ने अपने संपादकीय में अजित पवार पर अविश्वास भी जताया है.


संपादकीय में लिखा गया है- 'राष्ट्रीय अध्यक्ष पद संभालने योग्य नेता चुनते समय सावधानी बरतनी पड़ेगी. अजित पवार के बयान का जिक्र करते हुए लिखा गया- पवार इस्तीफा वापस लें, ऐसी मांग नेता कर रहे हैं. लेकिन अजीत पवार ने अलग भूमिका अपनाई. ‘पवार साहेब ने इस्तीफा दिया. वे वापस नहीं लेंगे. उनकी सहमति से दूसरा अध्यक्ष चुनेंगे’, ऐसा अजीत पवार कहते हैं. यह दूसरा अध्यक्ष कौन? पवार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और पवार की पार्टी महाराष्ट्र केंद्रित है.'


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अजीत पवार पर अविश्वास? सुप्रिया पर भरोसा!
अजीत पवार के संदर्भ में सामना ने लिखा गया है- 'अजीत पवार की राजनीति का अंतिम उद्देश्य महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना है.' शिवसेना के मुख पत्र में लिखा गया है- 'सुप्रिया सुले दिल्ली में रहती हैं. उनकी वहां की स्थिति अच्छी है. संसद में वह बेहतरीन काम करती हैं. हालांकि, भविष्य में उन्हें पार्टी का नेतृत्व मिला तो पिता के समान ऊंचाई तक पहुंचने के लिए उन्हें कोशिश करनी चाहिए. राज्य के कई नेता आज दहलीज पर हैं और उनमें कई नाम पवार की पार्टी के हैं.'


शिवसेना की संपादकीय में लिखा गया- 'इस दहलीज के कुछ नेताओं ने पवार के इस्तीफे के बाद सबसे ज्यादा विलाप किया. शरद पवार ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सभी की पोल खोल दी. बादल और हवा स्वच्छ कर दी.'


संपादकीय में लिखा गया - 'आज जो पैर पर गिरे वही कल पैर खींचनेवाले होंगे तो उनका मुखौटा खींचकर निकाल दिया. भले ही ये राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी मसला हो फिर भी शरद पवार इस घटनाक्रम के नायक हैं. उनके इस्तीफे का फैसला आने तक महाराष्ट्र में हलचलें जारी ही रहेंगी.'