Maharashtra Politics: एनसीपी की राजनीति सुर्खियों में है. बारामती से एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के बयान पर शरद पवार ने कहा कि अजित पवार हमारे नेता नहीं हैं. शरद पवार सुप्रिया सुले के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने अजित पवार को अपना नेता बताया था. एनसीपी प्रमुख ने कहा कि वे भाई-बहन हैं और इसके पीछे कोई राजनीतिक मतलब तलाशने की जरूरत नहीं है. हालांकि, इसके कुछ घंटे पहले उन्होंने अजित पवार को एनसीपी का नेता बताया था.
शरद पवार ने कहा, "मैंने यह नहीं कहा कि अजित पवार हमारे नेता हैं. यह आपकी (मीडिया की) गलती है. ये बात सुप्रिया ने कही थी और ये बात अखबारों में भी छपी थी. उन्होंने जिस तरह का रुख अपनाया है, उसे देखते हुए वह हमारे नेता नहीं हैं."
सुप्रिया सुले ने गुरुवार (24 अगस्त) को कहा था कि अजित पवार पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं. बारामती से लोकसभा सदस्य सुले ने अजित पवार के बारे में कहा था, ‘‘अब, उन्होंने एक ऐसा रुख अपनाया है जो पार्टी के खिलाफ है और हमने विधानसभा अध्यक्ष को शिकायत दी है और उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं.’’
गौरतलब है कि अजित पवार और आठ अन्य एनसीपी विधायक दो जुलाई को राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार में शामिल हो गए थे. सरकार में शामिल होने के बाद उन्हें महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाया गया. वहीं कैबिनेट में उन्हें वित्तमंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी सौंपी गई. उद्धव ठाकरे की सरकार में भी अजित पवार डिप्टी सीएम थे और वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
एक प्रश्न का जवाब में शरद पवार ने यह भी कहा कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बेहतर प्रदर्शन करेगी. एमवीए में एनसीपी, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं.