महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी जीतेगी कितनी सीटें? शरद पवार ने बता दिया आंकड़ा
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में होने जा रहा विधानसभा चुनाव को लेकर शरद पवार ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने यह भरोसा जताया है कि एमवीए सरकार बनाने में कामयाब रहेगी.
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से गहमागहमी शुरू हो गई है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और एननसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि अगले विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी (MVA) 225 सीटें जीतेगी.
शरद पवार ने यह बात बीजेपी के पूर्व विधायक सुधाकर भालेराव (Sudhakar Bhalerao) के एनसीपी-एसपी की सदस्यता ग्रहण करने से जुड़े कार्यक्रम में कही. पवार ने कहा, ''महाराष्ट्र में बदलाव लाने के लिए एनसीपी-एसपी को सशक्त बनाने की जरूरत है. जो लोग गलत कर रहे हैं उन्हें जवाबदेह बनाना जरूरी है.'' महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं.
लोकसभा चुनाव के बाद राज्य की राजनीति में कुछ बदलाव की बयार देखने को मिल रही है. पिछले कुछ दिनों से ऐसा देखा जा रहा है कि बीजेपी के नेता महाविकास अघाड़ी में शामिल हो रहे हैं. इनमें मराठवाड़ा में दो से तीन नेताओं ने बीजेपी को छोड़ दिया है. पूर्व गृह मंत्री डाॅ. माधव किन्हालकर ने बीजेपी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद आज पूर्व विधायक सुधाकर भालेराव ने बीजेपी की सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए हैं.
पवार की मौजूदगी में भालेराव ने ज्वाइन की एनसीपी-एसपी
मुंबई के यशवंतराव चव्हाण हॉल में शरद पवार के मुख्य अतिथि सुधाकर भालेराव एनसीपी में शामिल हो गए हैं. इस दौरान शरद पवार ने कहा कि विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने वाला है. साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को कितनी सीटें मिलेंगी इसका हिसाब-किताब भी बताया.
किन लोगों को सबक सिखाने की बात कर रहे शरद पवार ?
शरद पवार ने कहा, ''चुनाव के बाद कार्यकर्ता एनसीपी में शामिल होने आ रहे हैं. अगर तस्वीर बदलनी है तो अच्छी बात है कि कार्यकर्ता एनसीपी को ताकत देने आ रहे हैं. हम जबरदस्त ताकत बनाना शुरू कर रहे हैं, उदगीर और देवलाली से कार्यकर्ता आ रहे हैं, पिछली बार उन्होंने एनसीपी उम्मीदवार को चुना था.
मतदाताओं ने अपना वोट दिया, उन्हें विधानसभा में भेजा, लेकिन विधायकों ने समर्थन छोड़ दिया और एक अलग रुख अपनाया.'' शरद पवार ने कहा कि लेकिन लोगों को कुछ चीजें पसंद नहीं आतीं. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग चुने गए हैं उन्हें सही तरह का सबक सिखाने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें- आपको 'मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना' का लाभ मिला या नहीं? इस तरह लगा सकते हैं पता