Maharashtra News: विपक्ष के कद्दावर नेता शरद पवार ने शनिवार को कहा कि शांति और भाईचारा सुनिश्चित करने के लिए संविधान की रक्षा करने की जरूरत है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के प्रमुख ने एक इफ्तार पार्टी में कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कुछ लोगों ने लगातार संविधान में बदलाव की बात कही है. पवार ने कहा,‘‘ऐसे बयान चिंता पैदा करने वाले है, यदि शांति है तो पड़ोसी मुल्कों की तरह यहां चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है जहां सरकारों ने एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए लोकतंत्र को नष्ट कर दिया, ऐसे हालात हमारे देश में कभी नहीं होने चाहिए,’’


शरद पवार ने आगे कहा, ऐसी टिप्पणियां चिंताजनक हैं. यदि शांति है, तो पड़ोस के देशों के विपरीत चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, जहां सरकारों ने एक व्यक्ति के पक्ष में लोकतंत्र को नष्ट कर दिया. पवार ने कहा, ऐसी स्थिति हमारे देश में कभी नहीं आनी चाहिए. उन्होंने कहा, शांति और भाईचारे के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि संविधान की रक्षा हो.


विशेष रूप से, बीजेपी सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि उनकी पार्टी को संविधान में संशोधन करने और कांग्रेस द्वारा इसमें की गई विकृतियों और अनावश्यक परिवर्धन को ठीक करने के लिए संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता है.


बाद में बीजेपी ने हेगड़े की टिप्पणी से उपजे विवाद को शांत करने के लिए कदम उठाया और इसे उनकी निजी राय करार दिया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा. पवार ने कहा, देश में अघोषित आपातकाल है. एक मुख्यमंत्री जेल में हैं और कई अन्य को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. हमें एकजुट रहकर इस स्थिति का सामना करना होगा.' इस कार्यक्रम में शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत, जिन्हें आगामी संसदीय चुनावों के लिए मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट से फिर से नामांकित किया गया है, और मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ उपस्थित थे.


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