Maharashtra: शरद पवार का निशाना, कहा- 'PM मोदी जब भ्रष्टाचार की बात करत हैं तो...'
Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को लेकर एनसीपी शरद चंद्र पवार के नेता प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. पार्टी चीफ शरद पवार ने गुरुवा को लोनावाला में एक कार्यक्रम को संबोधित किया.
Maharashtra News: एनसीपी शरद चंद्र पवार के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि यह वॉशिंग मशीन (Washing Machine) बन गई है जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं वे इसे ज्वाइन कर साफ हो सकते हैं. शरद पवार ने हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल समेत गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की. पवार ने इसके साथ ही विभिन्न मुद्दों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर भी निशाना साधा.
पुणे के लोनावाला में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जब बात करते हैं तो अविभाजित एनसीपी की आलोचना करते हैं. संसद में एक बुकलेट बांटा गया जिसमें कहा गया कि जब बीजेपी सत्ता में नहीं थी तो अनियमितताएं हुई. बुकलेट में आदर्श घोटाला और उस घोटाले में अशोक चव्हाण की संलिप्तता का जिक्र था. लेकिन सातवें दिन अशोक चव्हाण ने बीजेपी ज्वाइन कर ली और राज्यसभा के सदस्य बन गए. तो एक तरफ आप आरोप लगाते हैं और दूसरी तरफ उस व्यक्ति को आप अपनी पार्टी में शामिल करते हैं.
अजित पवार का नाम लिए बिना कही यह बात
शरद पवार ने कहा कि इससे पहले पीएम मोदी एनसीपी के लोगों के भ्रष्टाचार के बारे में बात करते थे. उन्होंने महाराष्ट्र के 70 हजार करोड़ के सिंचाई स्कैम की बात की. उन्होंने महाराष्ट्र सहकारी बैंक में अनियमितता का जिक्र किया. मैंने तब कहा था कि एनसीपी का कोई भी उसमें शामिल नहीं था और मैंने उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त कर जांच कराने की चेतावनी दी थी. शरद पवार ने अजित पवार का नाम लिए बिना कहा कि जिस व्यक्ति पर आरोप लगे देखिए वह व्यक्ति अब कहां है. यह सब कुछ दिखाता है कि बीजेपी वॉशिंग मशीन बन गई है. जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं वे बीजेपी ज्वाइन कर साफ हो सकते हैं.
नेहरू को बदनाम करते हैं सत्ता में बैठे लोग- शरद पवार
शरद पवार ने आगे कहा कि हमने एनसीपी का गठन किया था और ऐसा करते हुए हम महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू की विचारधारा के साथ खड़े थे. आज जो सत्ता में हैं वह महात्मा गांधी के बारे में अच्छा बोलते हैं लेकिन नेहरू को बदनाम करते हैं. जिस तरह देश की आजादी के लिए लड़ने और बलिदान देने वालों ने महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व को स्वीकार किया उसी तरह उन्होंने नेहरू के नेतृत्व और उनके योगदान को भी स्वीकार किया. हालांकि आज पीएम मोदी सबसे ज्यादा नेहरू और उनकी विचारधारा की आलोचना करते हैं.
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